पहले लिटमस टेस्ट में पास होना है! उपचुनाव की ‘व्यूह रचना’ में जुटे बिहार BJP अध्यक्ष, सीनियर नेता सीपी ठाकुर से मुलाकात
पटना: बिहार भाजपा ने प्रदेश की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक उपचुनाव की तिथियों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन भाजपा इन सीटों पर विपक्ष को घेरने की रणनीति बनाने में जुट गई है। इसके साथ ही भाजपा ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल भी पद संभालते ही पूरे तेवर में नजर आ रहे हैं। नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने और पुराने को सम्मान देने की बात करते हुए कार्यकर्ताओं को जोश भर रहे हैं। वहीं, पुराने नेताओं के घर पर जाकर स्वयं मुलाकात कर रहे हैं।
सीपी ठाकुर से मिलने पहुंचे दिलीप जायसवाल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के मंत्री दिलीप जायसवाल सोमवार की सुबह पूर्व अध्यक्ष डॉ सीपी ठाकुर के आवास पहुंचे और उनसे मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम जानते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ ठाकुर के आवास पर दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा हुई। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल ने उनसे संगठनात्मक मार्गदर्शन प्राप्त किया। बिहार प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल ने डॉ ठाकुर को भरोसा दिया कि वे अपनी क्षमता के मुताबिक संगठन को मजबूत करने की कोशिश करेंगे। दिलीप जायसवाल ने रविवार को पटना महानगर की बृहत कार्यसमिति की बैठक में भाजपा के कार्यकर्ताओं से पुराने कार्यकर्ताओं और भाजपा को सींच कर बुलंदियों तक पहुंचाने वाले नेताओं से भेंट करने की अपील की थी।
बिहार उपचुनाव में बेस्ट परफॉर्मेंस की कवायद
दिलीप जायसवाल ने चुनाव समिति, कोर ग्रुप, सांसद, विधायकों की अलग-अलग बैठक कर विधानसभा के लिए चार सीटों बेलागंज, तरारी, रामगढ़ और इमामगंज पर होने वाले उपचुनाव से पहले पार्टी जिला, मंडल और बूथ स्तर पर अभियान चलाने का निर्णय ले चुकी है। साथ ही अगले वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी एनडीए की मजबूती पर भी काम करेगी। इसके अलावा सभी चार सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर पार्टी के दो-दो बड़े नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले एनडीए के घटक दलों के बीच बेहतर समन्वय बनाने को लेकर भी तैयारी शुरू कर दी गई है, जिससे गठबंधन की सभी पार्टियों को उसका लाभ मिल सके। मंडल स्तर पर कोर कमेटियों की बैठक कर इन रणनीतियों पर विचार-विमर्श करने की भी बात कही जा रही है।