वन विहार में जिस नर गौर ने बढ़ाया कुनबा, उसकी मौत, वनकर्मियों ने किया अंतिम संस्कार

भोपाल। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में मंगलवार शाम एक नर गौर की मृत्यु हो गई। इस नर गौर का जन्म वन विहार में 27 नवंबर 2014 में हुआ था। ज्ञात हो कि तीन मार्च 2011 में एक नर गौर को खरगोन से और 17 मार्च 2011 को मादा गौर को कान्हा राष्ट्रीय उद्यान से वन विहार लाया गया था। विगत वर्षों में इसी मादा गौर ने तीन नर गौर शावकों को समय-समय पर जन्म दिया था। इन्हें वन विहार के मुख्य मार्ग पर स्थित बाड़े में रखा गया था।

डॉक्टरों की टीम ने किया पोस्टमार्टम्

पूर्व में आपसी लड़ाई में 11 फरवरी 2018 को एक नर गौर शावक की मृत्यु हो गई थी। वर्तमान में बाड़े में दो नर गौर ही थे, जिनमें से एक नर गौर की मंगलवार को मृत्यु हो गई। बुधवार को उक्त मृत नर गौर का पोस्टमार्टम डा. अतुल गुप्ता, वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी. डा. रजत कुलकर्णी, वाइल्ड लाइफ एसओएस वन विहार और डा. प्रशांत देशमुख, वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

यह है मृत्यु की वजह

मृत्यु का कारण दम घुटना (ऐसपेक्यिया) परिलक्षित हुआ है। मृत नर गौर के सैंपल एकत्रित कर परीक्षण के लिए स्कूल आफ वाइल्डलाइफ फारेंसिक हेल्थ जबलपुर भेजे गए हैं। पोस्टमार्टम उपरांत मृत नर गौर का वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में उपस्थिति अधिकारियों, कर्मचारियों के समक्ष नियमानुसार दाह संस्कार कर दिया गया।

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