इजराइल के म्यूजियम में 3500 साल पुराना बर्तन टूटा:4 साल के बच्चे ने गिराया, पिता बोले- वह देखना चाहता था उसमें क्या है

इजराइल के म्यूजियम में शुक्रवार (23 अगस्त) को चार साल के एक बच्चे की गलती से 3500 साल पुराना बर्तन टूट गया। घटना इजराइल के हाइफा यूनिवर्सिटी में स्थित हेक्ट म्यूजियम की है।

BBC के मुताबिक, एलेक्स अपने चार साल के बेटे के साथ म्यूजियम घूमने आए थे। यहां उनके बेटे ने एक एंटीक बर्तन को गलती से गिरा दिया। इससे वह बर्तन टूट गया।

एलेक्स ने कहा,“मेरा बेटा यह देखना चाहता था कि बर्तन के अंदर क्या है। इसलिए उसने बर्तन को खींचने की कोशिश की, जिससे वह गिर गया। इसके बाद मैंने वहां सिक्योरिटी अधिकारी को इस बारे में बताया।”

कांस्य युग का था बर्तन
म्यूजियम के स्टॉफ ने बताया कि यह बर्तन कांस्य युग का है। यानी कि राजा सोलोमन के दौर से भी पहले का है। माना जाता है कि यह लगभग 2200 से 1500 ईसा पूर्व के बीच बना होगा। इसकी विशेषताएं प्राचीन कनान से जुड़ी वस्तुओं से मेल खाती हैं। इस इलाके पर वर्तमान में इजराइल और फिलिस्तीन के हिस्से शामिल हैं।

स्टाफ ने बताया कि ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि बर्तन का इस्तेमाल शराब और जैतून का तेल ले जाने के लिए किया जाता होगा। उसने कहा कि अक्सर खुदाई के दौरान मिलने वाले बर्तन टूटे हुए या अधूरे होते हैं। यह बर्तन सही सलामत मिला था, इसलिए बहुत कीमती था।

इसे म्यूजियम के मेन गेट के पास ही रखा गया था। हालांकि इस बर्तन को फिर से ठीक कर लिया जाएगा, मगर यह पहले जैसा नहीं हो पाएगा।

हेक्ट म्यूजियम में कलाकृतियां बिना कांच रखे जाती हैं
हेक्ट म्यूजियम में सभी पुरातात्विक वस्तुओं के आगे कांच नहीं रखा जाता है। म्यूजियम की जनरल डायरेक्टर डॉ. इनबल रिवलिन ने बताया कि इसके फाउंडर डॉ. रूबेन हेक्ट ने यह चलन शुरू किया था। उनका मानना था कि इससे लोग ऐतिहासिक वस्तुओं को करीब से महसूस कर सकते हैं।

डॉ. रिवलिन ने कहा कि कई बार वस्तुओं को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया जाता है। ऐसे मामलों में कार्यवाही की जाती है। हालांकि, इस मामले में ऐसा नहीं था। उन्होंने बताया कि बच्चे और उसके परिवार को दोबारा म्यूजियम घूमने के लिए बुलाया गया है।

कई म्यूजियम में ऐसी घटनाएं हो चुकी है
दुनिया भर के कई म्यूजियम्स में ऐसी घटनाएं हो चुकी है। न्यूयॉर्क शहर के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में 2010 में एक महिला पिकासो की पेंटिंग से टकरा गई थी। ऐसे ही एक अन्य मामले में, शंघाई म्यूजियम ऑफ ग्लास में 2016 में एक बच्चे ने एक स्टेच्यू को खींच कर गिरा दिया था।

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