ईपीएफओ ने बदला काम का स्टाइल, कई चीजें हुईं चेंज, कैसे होगा आपको फायदा?

नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने बड़ा काम किया है। ईपीएफओ ने ऑटोमेटिक तरीके से 60% एडवांस निकासी दावों का निपटारा किया है। इस तरीके से इस वित्तीय वर्ष में 2.16 करोड़ मामलों का निपटारा हुआ है। पिछले साल 89.52 लाख दावों का निपटान हुआ था। श्रम और रोजगार मंत्री शोभा करंदलाजे ने लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एडवांस पेमेंट की सीमा को भी बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है। इससे ईपीएफओ की सेवाओं से लोगों को और भी आसानी होगी।
आसान हुई जानकारी में सुधार की प्रक्रिया
ईपीएफओ ने सदस्यों की जानकारी में सुधार करने की प्रक्रिया को भी आसान बना दिया है। जिन सदस्यों का आधार वेरिफाइड है, वे अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) में खुद ही बदलाव कर सकते हैं। अब ईपीएफओ को इसमें दखल देने की जरूरत नहीं है
दावे सही या गलत… पहले ही चल जाता है पता
इसके अलावा, ईपीएफओ ने उन सदस्यों के लिए भी एक सुविधा दी है जिनके खाते गलती से किसी संस्थान से जुड़ गए थे। अब वे अपने खाते को अलग कर सकते हैं। 18 जनवरी, 2025 को यह सुविधा शुरू हुई थी। फरवरी के अंत तक 55,000 से ज्यादा सदस्य अपने खाते को अलग कर चुके हैं। यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि सदस्यों के खाते ठीक से मैनेज हों और वे अपनी जानकारी पर खुद ही कंट्रोल रख सकें।
ईपीएफओ के इन प्रयासों से लोगों को बहुत फायदा हो रहा है। वे अब आसानी से अपनी जरूरतों के लिए पीएफ से पैसे निकाल सकते हैं। ईपीएफओ की यह कोशिश है कि वह अपने सदस्यों के लिए हमेशा तत्पर रहे।