किसान नेता डल्लेवाल का वजन 20 किलो कम हुआ:आज मरणव्रत का 53वां दिन

पंजाब और हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज (शुक्रवार) 53वें दिन में प्रवेश कर गया है। डल्लेवाल का वजन 20 किलो कम हो गया है।

जब वे आमरण अनशन पर बैठे थे, तब उनका वजन 86 किलो 950 ग्राम था, जबकि अब यह घटकर 66 किलो 400 ग्राम रह गया है। वहीं, डल्लेवाल के समर्थन में खनौरी बॉर्डर पर 111 लोगों द्वारा शुरू किया गया आमरण अनशन तीसरे दिन में प्रवेश कर गया है।

पंजाब सरकार के वकील बोले- डल्लेवाल की तबीयत में सुधार

वहीं, सरकार और पुलिस की टीमें डल्लेवाल से मिल चुकी हैं। किसान नेताओं ने कहा कि हमें यह देखकर हैरानी हुई कि पंजाब सरकार के वकील सुप्रीम कोर्ट में कहते हैं कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत में सुधार हो रहा है।

किसान नेताओं ने पूछा कि आमरण अनशन पर बैठने से सेहत सुधरती है या बिगड़ती है? उन्होंने कहा कि अगर वकीलों के मुताबिक अनशन पर बैठने से सेहत सुधरती है तो देशभर के अस्पताल बंद करके बीमार लोगों को अनशन पर बैठा देना चाहिए ताकि उनकी सेहत सुधर सके।

किसानों ने डल्लेवाल की यह मेडिकल रिपोर्ट बताई

डल्लेवाल की ताजा मेडिकल रिपोर्ट में किडनी और लीवर से संबंधित टेस्ट का रिजल्ट 1.75 है जो सामान्य परिस्थितियों में 1.00 से भी कम होना चाहिए। किसान नेताओं ने बताया कि सरकार जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट को उन टेस्ट के रिजल्ट बताती है,

जिनमें गिरावट आने में ज्यादा समय लगता है, उदाहरण के लिए लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन होता है और लाल रक्त कोशिकाओं का औसत जीवन 120 दिन होता है, इसलिए 52 दिन के उपवास में हीमोग्लोबिन में कोई गिरावट नहीं आई है।

वहीं अगर कीटोन बॉडी टेस्ट की बात करें तो यह सामान्य व्यक्ति में 0.02-0.27 के बीच होना चाहिए, लेकिन जगजीत सिंह डल्लेवाल का रिजल्ट लगातार 6.50 से ज्यादा आ रहा है। लेकिन ऐसे टेस्ट के रिजल्ट सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश नहीं किए जाते।

21 जनवरी को दिल्ली कूच करेंगे किसान

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि 21 जनवरी को दिल्ली कूच करेंगे। जत्थे में 101 किसान शामिल होंगे। केंद्र सरकार अभी तक वार्ता का मन नहीं बना रही है, इसलिए आंदोलन को और तेज करेंगे।

उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को चेतावनी भी दी कि उनके प्रधानमंत्री रहते ही देश में MSP पर फसल खरीद की गारंटी का कानून आएगा। किसानों की सभी मांगें देश हित में हैं और उन्हें लागू कराया जाएगा। किसान इससे पहले भी दिसंबर महीने में 3 बार दिल्ली कूच की कोशिश कर चुके हैं। किसान 6 दिसंबर, 8 दिसंबर और 14 दिसंबर 2024 को दिल्ली की ओर रवाना हुए थे लेकिन तीनों बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें बैरिकेड पर ही रोक लिया।

किसान को मिर्गी का दौरा पड़ा

मरणव्रत पर बैठे किसान प्रितपाल सिंह की वीरवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें मिर्गी का दौरा पड़ गया था। डॉ स्वैमान सिंह की टीम ने फिजिकल थेरेपी के जरिए प्रितपाल सिंह की स्थिति को संभाला। प्रितपाल सिंह की तबीयत बिगड़ने पर हरियाणा से भी डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची जिसकी किसान नेताओ ने भी सराहना की है।

18 को एसकेएम के साथ मीटिंग

18 तारीख को किसान आंदोलन को लेकर एसकेएम के नेताओं पटियाला के पातडां में मीटिंग होगी। इसके बाद 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। यह मार्च पूरे देश में निकाला जाएगा। हालांकि रोजाना हरियाणा के एक जिले से किसान मोर्च पर आ रहे हैं।

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