क्या चीन फिर बिगाड़ेगा भारत का खेल? ड्रैगन की नई चाल को जानिए

नई दिल्ली: जब भी बात सस्ते प्रोडक्ट की आती है, चीन का नाम सबसे पहले आता है। चीन ने सस्ते प्रोडक्ट बनाकर उन्हें भारत समेत दुनियाभर में फैला दिया है। इससे दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। इनमें अमेरिका जैसा शक्तिशाली देश भी शामिल है। अब चीन फिर से एक नई चाल चलने की तैयारी में है।
इस समय दुनियाभर में सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल, सेमीकंडक्टर आदि की डिमांड है। भारत में रिन्यूएबल एनर्जी को लेकर सरकार की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। भारत को सेमीकंडक्टर हब बनाने की भी तैयारी है। ऐसे में चीन फिर से भारत समेत दूसरे देशों के लिए खतरा बन सकता है।
क्या है चीन शॉक 2.0?
चीन अपने सस्ते प्रोडक्ट दुनिया के बाजार में लाता है। इससे उस देश की न केवल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता प्रभावित होती है, बल्कि व्यापार पर भी असर पड़ता है। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि चीन द्वारा दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था को झटका देना। यही चीन शॉक है।
साल 2000 में वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) में शामिल होने बाद से चीन ने दुनियाभर में अपने सस्ते प्रोडक्ट का कब्जा जमाना शुरू किया था। इससे दुनियाभर की अर्थव्यवस्था हिल गई। साथ ही मैन्युफैक्चरिंग में भारत समेत दूसरे देशों में नौकरियां खत्म होने लगीं। इसे चीन शॉक 1.0 कहा जाता है।
अब चीन सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल, सेमीकंडक्टर आदि में अपना प्रभाव दूसरे देशों में बढ़ाना चाहता है। चीन ने भारत समेत कई देशों में इन प्रोडक्ट की खपत बढ़ा भी दी है। अगर खपत और बढ़ती है तो चीन भारत समेत दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था को फिर से हिला देगा। इसे चीन शॉक 2.0 कहा जा रहा है।