ट्रम्प कैबिनेट में नॉमिनेट मंत्रियों-अफसरों को मिली जान की धमकी:इनमें रक्षा, लेबर, आवास के लिए नॉमिनेट मंत्री शामिल, जांच में जुटी FBI
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के नए प्रशासन के लिए चुने गए कई लोगों को मंगलवार-बुधवार को जान की धमकियां मिली हैं। CNN के मुताबिक रक्षा, आवास, कृषि, लेबर डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी जिन्हें मिलने वाली हैं, उन्हें ये धमकियां मिलीं। ट्रम्प कैबिनेट में नई प्रेस सचिव के रूप में चुनी जाने वालीं कैरोलिन लेविट ने कहा कि फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने इसकी जांच शुरू कर दी है। हालांकि, लेविट ने यह नहीं बताया कि किन लोगों को ये धमकियां मिली हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वे इन राजनीतिक हिंसा की धमकियों की निंदा करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों को धमकियां मिली हैं, उनमें से किसी को भी अमेरिकी सीक्रेट एजेंसी से सुरक्षा नहीं मिली हुई है।
अब तक 8 नेताओं को मिली धमकी
FBI ने कहा कि वे इन धमकियों को गंभीरता से ले रहे हैं। बम धमकियों के साथ कुछ ‘स्वैटिंग’ के मामले भी सामने आए हैं।
स्वैटिंग अमेरिका की ‘स्पेशल वेपन एंड टैक्टिक्स (SWAT)’ से जुड़ा है। इसमें खतरे की झूठी जानकारी देकर कॉल किए जाते हैं और पीड़ित के घर पर SWAT टीम को भेज दिया जाता है। FBI ने भी यह नहीं बताया कि किन लोगों को धमकियां मिली हैं।
जिन्हें धमकियां मिली हैं उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि की है।
एलिस स्टेफनिक के घर को उड़ाने की धमकी मिली
रिपब्लिकन नेता एलिस स्टेफनिक पहली शख्स थीं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि उनके घर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। ट्रम्प ने स्टेफनिक को यूनाइटेड नेशन में राजदूत के लिए चुना है। स्टेफनिक ने कहा कि वह अपने पति और तीन साल के बेटे के साथ वॉशिंगटन से साराटोगा काउंटी जा रही थीं। तभी उन्हें ये धमकी मिली। रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 8 लोग धमकी मिलने का दावा कर चुके हैं। रक्षा मंत्री के लिए मनोनीत पीट हेगसेथ ने भी सोशल मीडिया पर दावा किया कि उन्हें भी धमकी दी गई। उन्होंने कहा कि वे ऐसी धमकी से डरने वाले नहीं हैं।
पर्यावरण संरक्षण एजेंसी चीफ के लिए चुनी गईं ली जेल्डिन ने कहा कि उनके घर को पाइप बम से उड़ाने की धमकी दी गई। धमकी में फिलिस्तीन के समर्थन में संदेश लिखे गए थे। जिस वक्त धमकी दी गई, उनकी फैमिली घर पर नहीं थी। DBI के पूर्व डायरेक्टर ने कहा कि 90% धमकियां बेअसर रहती हैं, लेकिन किसी भी धमकी की नजरअंदाज किया जाना खतरनाक हो सकता है।