मोदी ने इजराइली पीएम नेतन्याहू से फोन पर बात की:कहा- भारत शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध

इजराइल-लेबनान तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 30 सितंबर को इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। PM मोदी ने खुद सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी।

बातचीत के दौरान PM मोदी ने कहा कि दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। क्षेत्रीय तनाव को रोकना और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।

ये बातचीत ऐसे समय में हुई है जब हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया है। लेबनान में इजराइली हमलों में अब तक 800 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

दोनों नेताओं की 45 दिनों में दूसरी बार बातचीत

दोनों नेताओं के बीच पिछले 45 दिनों में फोन पर ये दूसरी बातचीत है। इससे पहले 16 अगस्त को दोनों नेताओं के बीच फोन पर बात हुई थी। उस समय भी PM मोदी ने इजराइली प्रधानमंत्री को बातचीत और डिप्लोमेसी के जरिए हमास से युद्ध खत्म करने को कहा था। साथ ही सभी बंधकों की तत्काल रिहाई, युद्ध विराम पर भी जोर दिया था।

पिछले 2 महीनों में इजराइल-हिजबुल्लाह में तनाव बढ़ा

28 जुलाई को हिजबुल्लाह ने इजराइल पर रॉकेट दागे थे। इस हमले में इजराइल के 12 लोगों की मौत हो गई थी। ये इजराइल-हमास की जंग शुरू होने के बाद से हिजबुल्लाह का सबसे बड़ा हमला था।

हिजबुल्लाह ने इजराइल के कब्जे वाले गोलन हाइट्स में एक फुटबॉल मैदान को निशान बनाया था। इस हमले के जवाब में इजराइल ने 30 जुलाई को लेबनान में एयरस्ट्राइक की थी। इस एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह का कमांडर हज मोहसिन उर्फ फुआद शुकर मारा गया था।

इसके बाद 17 सितंबर को लेबनान में पेजर्स में ब्लास्ट हुए, जिनमें 12 लोगों की मौत हुई और हजारों लोग घायल हुए। पेजर ब्लास्ट के अगले दिन 18 सितंबर को वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुए जिसमें 27 लोगों की मौत हुई थी।

पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के बाद इजराइल ने 20 सितंबर को लेबनान पर एयरस्ट्राइक की जिसमें 45 लोगों की मौत हुई थी। तब से लेकर आज तक इजराइल, लेबनान पर हजारों मिसाइलें दाग चुका है, जिनमें 800 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।

लेबनान में सेना उतारने की तैयारी में इजराइल

इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सेना को तैयार रहने के लिए कहा है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक उन्होंने सैनिकों से कहा, “हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह का खात्मा एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है। हमारे पास जो क्षमताएं हैं, हम आगे उनका पूरा इस्तेमाल करेंगे।

गैलेंट ने सैनिकों से बात करते हुए लेबनान में सैन्य क्षमताओं के इस्तेमाल की बात भी कही। उन्होंने कहा कि हमें आप (सैनिकों) पर भरोसा है, आप किसी भी काम को अंजाम देने में सक्षम हैं। इजराइल रविवार को लेबनान की सीमा से लगे इलाकों में टैंक तैनात कर चुका है।

हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप खत्म

इजराइल ने 2 महीने के भीतर हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप को खत्म कर दिया है। 27 सितंबर को हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमला किया था। इसमें चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया। 30 जुलाई को लेबनान पर एक एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह के दूसरे सबसे सीनियर लीडर फुआद शुकर को मार गिराया था। इसके ठीक अगले दिन 31 जुलाई को ईरान पर हमला कर हमास चीफ इस्माइल हानियेह को भी मौत हो गई। अब हिजबुल्लाह की लीडरशिप में कोई सीनियर नेता नहीं बचा है। वहीं हमास की लीडरशिप में सिर्फ याह्या सिनवार जीवित है, जो गाजा में मौजूद है।

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