यश की Toxic पर विवादों का साया, वन विभाग और राज्‍य सरकार के निशाने पर शूटिंग लोकेशन, जानिए क्‍या है पूरा मामला

KGF फेम पैन इंडिया स्‍टार यश की अगली फिल्‍म ‘टॉक्‍स‍िक’ का हर किसी को इंतजार है। लेकिन यह फिल्‍म रिलीज से पहले विवादों में घिर गई है। अभी फिल्म की शूटिंग चल रही है और इसकी वजह से कर्नाटक वन विभाग और हिंदुस्तान मशीन टूल्स (HMT) आमने-सामने आ गए हैं। आरोप है कि फिल्‍म के सेट को तैयार करने के लिए कथित तौर पर सैकड़ों पेड़ों को काट दिया गया है।

जंगल की जमीन को लेकर राज्‍य और केंद्र आमने-सामने

इस चिट्ठी में सुप्रीम कोर्ट का भी हवाला दिया गया है। सर्वोच्‍च न्‍यायालय ने टिप्‍पणी की थी कि एक जंगल, हमेशा जंगल ही रहता है जब तक कि इसे अधिसूचना से मुक्त न कर दिया जाए। मंत्री खंड्रे ने कहा कि तकनीकी रूप से यह क्षेत्र जंगल ही है। वह इस जंगल की जमीन पर दोबारा अध‍िकार चाहते हैं। इस बीच केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इसका विरोध क‍िया है, उन्होंने दावा किया है कि HMT कानूनी रूप से संपत्ति का मालिक है।

इसी जमीन पर चल रही है ‘टॉक्‍स‍िक’ की शूटिंग

खंड्रे ने अपनी चिट्ठी में आगे कहा गया है कि एचएमटी बिजनस के लिहाज से जमीन को किराए पर दे रही है, जिसमें ‘टॉक्सिक’ नाम की एक प्रोडक्शन की फ‍िल्‍म भी शामिल है। उन्होंने दावा किया है कि फिल्‍म के लिए जंगल में बड़ी मात्रा में कटाई की गई है। यह वन में कटाई की सीमा का उल्‍लंघन है। उन्‍होंने इसके लिए सैटेलाइट तस्‍वीरों से तुलना की बात की है। खंड्रे ने कहा कि यदि पेड़ों को बिना मंजूरी के काटा गया है, तो यह वन कानून के उल्लंघन का मामला है।

विवाद बढ़ा तो शूटिंग पर लग सकती है रोक

जाहिर है, अगर यह विवाद आगे बढ़ता है तो ‘टॉक्सिक’ की शूटिंग में परेशानी हो सकती है। मूल रूप से कन्नड़ एक्शन थ्रिलर ‘टॉक्‍स‍िक’ का डायरेक्‍शन गीतू मोहनदास कर रहे हैं। फिल्‍म में यश लीड रोल में हैं और इसके अगले साल अप्रैल में रिलीज होने की उम्मीद है।

599 एकड़ की पूरी जमीन, 165 एकड़ पर HMT का दावा!

बीते शुक्रवार को वन विभाग ने एक्‍शन लेते हुए पीन्या प्लांटेशन सर्वे नंबर-1 और 2 में 599 एकड़ भूमि में से पांच एकड़ पर फिर से कब्जा किया है। इस 599 एकड़ जमीन को मई 1896 और 1901 में आरक्षित वन के रूप में नामित किया गया था। लेकिन वन विभाग का कहना है कि भूमि को कभी भी गैर-वन के रूप में अधिसूचित नहीं किया गया। हालांकि एचएमटी ने दावा किया था कि उसके पास 165 एकड़ जमीन पर उसका अध‍िकार है और वह इसे बेचने का अध‍िकार भी रखती है। राज्य सरकार ने कहा है कि वह इस जमीन को फिर से अपने कब्‍जे में लेगी और इसे उत्तरी बेंगलुरु में कब्बन पार्क जैसे ग्रीन एरिया में बदलेगी।

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