रचना टावर में लूट प्रकरण…कंपनी के छग ऑफिस में भी हो चुकी है इसी तरह वारदात, पुलिस की सात टीम लगी जांच में

 भोपाल। भोपाल में विधायक और सांसदों की मल्टी स्टोरी बिल्डिंग रचना टावर में बुधवार सुबह हुई 12 लाख की लूट करने वाले बदमाशों का पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं लगा पाई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के सहारे आरोपित तक पहुंचने की कवायद में लगी हुई। इसके अलावा पुलिस होटलों और लॉज में भी चेकिंग कर रही है। स्थानीय बदमाशों का हाथ होने से पुलिस ने इन्कार कर दिया है। ऐसे में पुलिस की करीब सात टीमें उनकी तलाश में लगी हुई हैं। पुलिस का दावा है जल्द ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।

एक घंटा बिल्डिंग में घूमते रहे

पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि दोनों लुटेरे बुधवार सुबह 6:58 पर सुबह रचना टावर में पैदल घुसे और एक घंटे तक बिल्डिंग में घूमते रहे, मानो वह इशारे का इंतजार कर रहे थे। इसके लिए शराब कंपनी में छह साल पहले महासमुंद ऑफिस में इसी तरह की लूट की वारदात हो चुकी है। इधर, पुलिस ने कर्मचारियों को घटना में शामिल होने पर संदेह जाहिर कर उनसे पूछताछ की जा रही है।

आरोपितों पर इनाम घोषित

पुलिस के मुताबिक रचना टावर में शराब कंपनी का दफ्तर अवैध रूप से चलाया जा रहा था। पुलिस ने आरोपितों का सुराग देने पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। लूट के फरियादी मैनेजर श्याम सुंदर जायसवाल के बयान गोविंदपुरा पुलिस ने दर्ज कर लिए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपित को नहीं जानते, पहले उन्हें कभी देखा भी नहीं। दोनों की उम्र 25-30 साल के बीच रही होगी। आरोपितों ने कट्टा तानने के बाद हाथ पीछे रखने के लिए कहा। किसी भी तरह की हरकत करने पर भेजा उड़ा देने की धमकी दी थी। लिहाजा मैने कोई विरोध नहीं किया। उन्हें कलेक्शन से भरे बैग को दिखा दिया और आरोपी उसे लेकर भाग निकले।

होटलों और लॉज में तलाशी

भोपाल पुलिस घटनास्थल के आसपास होटलों और लॉजों में चेकिंग कर रही है। क्योंकि अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि बदमाशों बाहरी है। इसके अलावा पुलिस उस रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगाल रही है। हालांकि जहां वारदात हुई है, वहां कैमरे नहीं लगे हैं। इसलिए पुलिस आज मार्केट खुलने पर रूट पर लगे कैमरों को देखेगी। जिससे पता चल सके कि आरोपियों ने भागने के लिए किस गाड़ी का इस्तेमाल किया है।
डीसीपी श्रद्धा तिवारी ने बताया कि वारदात के समय फ्लैट में मौजूद वीरेंद्र गुप्ता, विकास और घर के रसोइये के भी बयान दर्ज किए जा रहे हैं। सभी से अलग-अलग पूछताछ की जाएगी। मामले की जांच सभी एंगल पर की जा रही है। टैक्लीनिकल टीम भी अपना काम कर रही है।

आसपास के थानों के टीआई को लगाया जांच में

पुलिस ने गोविंदपुरा पुलिस के साथ पिपलानी, बागसेवनिया , कटारा हिल्स, बागसेवनिया और मिसरोद थाने की टीम को लगाया है, जिससे कोई सुराग हाथ लग सके। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह वारदात के लिए किस वाहन से आए थे। उसके लिए करीब 200 कैमरे एक दिन खंगाले जा चुके हैं।

रचना टावर पहुंचे सहकारिता मंत्री

रचना टावर में शराब कंपनी के मैनेजर से हुई लूट के बाद जहां रहवासियों में दहशत का माहौल हैं तो वहीं रहवासी समिति द्वारा गुरुवार को सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद मंत्री ने शाम को साढ़े पांच बजे रचना टावर पहुंचकर व्यवस्थाओं को देखा। रहवासी समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अजीत सिंह ने बताया िकि परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही खराब है। इस पर मंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव करने, सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही साफ -सफाई व्यवस्था बेहतर करने के लिए कहा है। इससे पहले वह गंदगी देख कर्मचारियों पर भड़क उठे और कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने आवास संघ के अधिकारियों को रहवासी समिति के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए हैं।

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