रूस ने यूक्रेन पर 93 मिसाइल, 200 ड्रोन दागे:बैलिस्टिक मिसाइल से बिजली संयंत्रों पर हमला
रूस ने यूक्रेन पर दर्जनों मिसाइल से हमला किया है। शुक्रवार सुबह रूस ने यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले करते हुए 93 मिसाइल और 200 ड्रोन दागे। इस हमले में रूस के टारगेट पर यूक्रेन का पावर ग्रिड और गैस इंफ्रास्ट्रक्चर था। हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है।
न्यूजी एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले को यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने तीन साल में यूक्रेन की ऊर्जा क्षेत्रों पर रूस का सबसे बड़ा हमला बताया है। यूक्रेनी वायुसेना की मुताबिक रूस ने हमले में कई क्रूज मिसाइलें और बैलिस्टिक किंजल मिसाइल का इस्तेमाल किया है।
रूस की ओर से ये हमला यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्र में किया गया है। कीव में यूएस एंबेसी के मुताबिक ताजा हमले में यूक्रेन के कई ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को नुकसान पहुंचा है। इनमें एक निजी ऊर्जा कंपनी का थर्मल पावर प्लांट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
‘81 मिसाइलों को यूक्रेन की सेना ने हवा में किया नष्ट’
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की सेना ने रूस की ओर से दागी गई मिसाइलों में से 81 को हवा में ही नष्ट कर दिया। इनमें 11 क्रूज मिसाइलें शामिल हैं। जेलेंस्की ने कहा कि रूसी मिसाइलों को अमेरिका की F-16 लड़ाकू विमान से इंटरसेप्ट कर नष्ट किया गया।
दुनियाभर के देश मिलकर रूस के आतंक को करें खत्म- जेलेंस्की
वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अपने टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि रूस हथियार का इस्तेमाल कर लाखों लोगों में आतंक पैदा करना चाहता है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हुए कहा कि हम चाहते हैं रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अंतराष्ट्रीय समुदाय एकजुट हो।
जेलेंस्की ने आगे कहा कि इस आतंक को रोकने के लिए दुनियाभर के देशों को एकजुट होकर जवाब देना होगा तभी इसी आतंक को रोका जा सकेगा। इस हमले को लेकर रूस के रक्षा मंत्रालय ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमने यूक्रेन की ओर से बुधवार को किए गए हमले का जवाब दिया है।
इससे पहले बुधवार को यूक्रेन ने घातक अमेरिकी मिसाइल सिस्टम से रूस पर हमला किया था। जिसके जवाब में रूसी सेना ने लंबी दूरी की मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल कर यूक्रेन के कई गैस और ऊर्जा क्षेत्रों को नष्ट किया है। इन सभी औद्योगिक क्षेत्रों से यूक्रेनी सेना को मदद मिल रही थी।
यूक्रेन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से की एयर डिफेंस की मांग
घटना को लेकर यूक्रेन के विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा ने रूस पर आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि रूस हमारे ऊर्जा क्षेत्रों को नष्ट करने की कोशिश कर रहा है। हम इस तरह के आतंंक को रोकने के प्रयास में हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रक्षा के लिए 20 नासाम्स, हॉक और IRIS-T एयर डिफेंस सिस्टम यूक्रेन को जल्द देने की मांग करते हैं।
रूस के निशाने पर क्यों है यूक्रेन का पावर ग्रिड ?
बीते कई महीनों से रूसी सेना के निशाने पर यूक्रेन का बिजली संयंत्र है। रूस यूक्रेन के ऊर्जा क्षेत्रों को खत्म करने में लगा है। जिससे वहां के लोगों को अंधेरे में रहना पड़े।
इस कारण यूक्रेन में बिजली संकट गहराता जा रहा है। रूस चाहता है कि कड़ाके की ठंड में यूक्रेनी लोगों को बिजली-पानी की समस्या हो जिसका सीधा असर यूक्रेन की डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पर पड़े। लगातार बिजली कटौती से आम लोग परेशान हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच शुरू हुआ युद्ध करीब 34 महीनों से चल रहा है।
इस मामले में यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री हर्मन हेलूशेंको ने कहा कि एनर्जी प्लांट्स पर हुए हमले के बाद से उन्हें ठीक करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है ताकि बिजली की समस्या कम से कम हो। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज यूक्रेन के काला सागर में स्थित ओडेसा बंदरगाह तक सुनाई दी गई।