रेलवे वॉर रूम में 8 महीने में 20 हजार शिकायतें:भोपाल मंडल की 40 परसेंट ट्रेनों में सेफ्टी इश्यू

बता दें कि भोपाल रेल मंडल ने करीब 8 महीने पहले वॉर रूम शुरू किया था। जो सीधे यात्रियों की शिकायतों को अलग-अलग विभाग में तुरंत पहुंचाता है।
15-20% ट्रेनों में खत्म हो जाता है पानी रेलवे में पानी की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। ट्रेनों में सफर के दौरान 15-20% मामलों में पानी खत्म होने की शिकायतें आईं। यह आंकड़ा 3700 से ज्यादा है। यात्रियों को मजबूरन रेलवे हेल्पलाइन पर कॉल करके अपनी दिक्कतें दर्ज करानी पड़ती हैं।
खासकर लंबी दूरी की ट्रेनों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। जिसमें राजधानी के अलावा कुशीनगर एक्सप्रेस, पंजाब मेल व मालवा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें शामिल हैं।
2200 से ज्यादा शिकायतें ट्रेन की साफ-सफाई को लेकर रेलवे ट्रेनों की साफ-सफाई को लेकर बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन हकीकत यह है कि बीते तीन महीनों में 2200 से ज्यादा यात्रियों ने ट्रेनों की गंदगी और साफ-सफाई की कमी को लेकर शिकायतें दर्ज कराईं हैं। गंदे टॉयलेट, सीटों पर धूल-मिट्टी और बदबूदार कोच यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं।ट्रेनों की लेट-लतीफी से यात्री परेशान
भोपाल रेल मंडल के ट्रेनों की लेटलतीफी भी सवालों के घेरे में है। 1600 से ज्यादा यात्रियों ने ट्रेन के देरी से चलने की शिकायत दर्ज कराई। कई बार यात्री अपने गंतव्य पर तय समय से काफी देर से पहुंचते हैं, जिससे उनकी यात्रा असुविधाजनक हो जाती है।
सुरक्षा से संबंधित केस
केस 1: सीहोर निवासी राजीव ठाकुर 9 दिसंबर को रानी कमलापति से छतरपुर के लिए (19483 अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस) के पीछे के जनरल कोच में गेट पर खड़े थे। मोबाइल उनके हाथ में था। रेलवे स्टेशन रानी कमलापति से ट्रेन छूटने के करीबन 10 मिनट बाद एक व्यक्ति हाथ में झपटामार कर मोबाइल छिन कर भाग गया। ट्रेन चल रही थी इसलिए राजीव ट्रेन से कूद नहीं सके। मोबाइल की कीमत 8,500 थी।
केस 2: गोरखपुर के रहने वाले विशाल 17 फरवरी को कुशी नगर एक्सप्रेस से मुम्बई से गोरखपुर के लिए रवाना हुए। उन्होंने शिकायत की, कि उनका टिकट स्लीपर कोच में है, उनकी सीट पर तीन युवक बैठे हैं, जो वहां से उठ नहीं रहे हैं। ट्रेन जब भोपाल पहुंची तो रेलवे स्टाफ व आरपीएफ कर्मचारियों ने जाकर कोच में उन लोगों को निकाला और उन पर कार्रवाई की।
केस 3: 18 फरवरी को कुशीनगर एक्सप्रेस में दो मिनट का हॉल्ट लेकर जब ट्रेन आगे बढ़ी तो एक महिला ने रोना शुरू कर दिया। जिसके बाद दूसरे यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींची। अंशिका साहू ने बताया कि, मेरी मां, बहन उतर गईं, मैं नहीं उतर पाई। वहीं एक अन्य महिला यशोदा ने बताया कि, वह भी चेन खींचकर उतरी हैं। इसके अलावा एक अन्य महिला ने बताया कि, वह चढ़ तो गई थी, मगर लोगों ने उन्हें बाहर धक्का दे दिया। जिसके चलते उनको यहीं उतरना पड़ा। वहीं कुछ महिलाएं चीखती हुई नजर आईं।
कुंभ के चलते यात्रियों की संख्या में 25% तक वृद्धि भोपाल रेल मंडल के अधिकारियों के अनुसार, एक ओर महाकुंभ में शामिल होने के लिए यात्रियों का आना-जाना बढ़ा है, तो दूसरी ओर कोहरे के कारण ट्रेनों की देरी ने यात्रियों की भीड़ को और बढ़ा दिया है। इन दिनों मंडल के स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या में 22 से 25 प्रतिशत तक इजाफा दर्ज किया गया।
वॉर रूम की यह है ख़ासियत मंडल के अधिकारियों के अनुसार शिकायतों का त्वरित समाधान के लिए शिकायत दर्ज होने पर त्वरित निवारण किया जाता है। मंडल के अधिकारियों के अनुसार भोपाल रेल मंडल में आने वाली सभी शिकायतों का 100 प्रतिशत निवारण किया गया है।