ल्थ के मोर्चे पर बरकरार हैं कई चुनौतियां, इस बार कितना बढ़ेगा स्वास्थ्य बजट
नई दिल्ली: केंद्रीय बजट 2025-26 में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की योजनाओं की कामयाबी के लिए ज्यादा आवंटन हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि बड़ी चुनौती बन रहे नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज (NCD) यानी गैर-संचारी रोगों के बढ़ते मामलों पर नियंत्रण पाने के लिए बड़ी योजना लानी होगी। साथ ही, अगले 5 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों में 75000 सीटें जोड़ने का लक्ष्य पूरा करने के लिए भी इस बजट में इंतजाम किया जा सकता है। केंद्र का फोकस टेलीहेल्थ और डिजिटल चिकित्सा को बढ़ावा देने पर भी हो सकता है, जिससे अस्पतालों पर दबाव कम होगा। केंद्र ने इस साल के अंत तक देश से टीबी को खत्म करने की मुहिम शुरू की है। इसके लिए भी फंड दिया जा सकता है।