सारंगढ़ जिले में जल जीवन मिशन बना ‘जल संकट मिशन’…

बिलाईगढ़ । सारंगढ़ जिले में जल जीवन मिशन ‘जल संकट मिशन बन गया है। ग्रामीण अंचलों में जल आपूर्ति की हालत बेहद खराब है। योजना के तहत साइन टेक्स की टंकियां तो बनाई गईं, लेकिन ग्रामीणों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। न ही जिम्मेदार अधिकारी इस समस्या पर ध्यान दे रहे हैं, न ही प्रशासन कोई ठोस कदम उठा रहा है।

तीन साल से पानी की किल्लत
टेढ़ी भदरा के आश्रित ग्राम डोंगियाभाठा में ग्रामीणों को पिछले तीन सालों से पानी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, जल जीवन मिशन योजना के तहत गांव में 20,000 लीटर क्षमता की साइन टेक्स टंकी लगाई गई थी, जिससे नलों के जरिए पानी की आपूर्ति की जानी थी। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण जल आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो रही है।

नल तो लगे, पानी नहीं
गांव के प्रत्येक घर में नल तो लगा दिए गए हैं, लेकिन उनमें पानी नहीं आ रहा है। ग्रामीण बताते हैं कि योजना के शुरुआती महीनों में कुछ समय तक पानी की आपूर्ति हुई, लेकिन जल्द ही यह बंद हो गई। अब हालात यह हैं कि गांव में पानी की भारी किल्लत हो गई है और ग्रामीणों को पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

कर्मचारी को नहीं मिला वेतन

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पानी की सप्लाई को नियंत्रित करने के लिए गांव के ही एक व्यक्ति को कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया था, लेकिन विभाग की ओर से उसे भुगतान नहीं किया गया। इस कारण वह कर्मचारी काम छोड़ चुका है, जिससे गांव की परेशानी और बढ़ गई है।

लीकेज की समस्या
इसके अलावा, ग्रामीणों ने बताया कि पानी सप्लाई के लिए बिछाई गई पाइपलाइन में भी कई जगह लीकेज हो गए हैं, लेकिन संबंधित अधिकारी इसकी मरम्मत के प्रति लापरवाह बने हुए हैं। लीकेज की वजह से पानी व्यर्थ बह रहा है, और गांव में पानी की आपूर्ति बाधित हो रही है।

सरकारी राशि का दुरुपयोग
लाखों की लागत से साइन टेक्स टंकी बनाई गई है, लेकिन योजना की असफलता और अनदेखी के कारण यह पैसा बर्बाद हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार की इस योजना में भ्रष्टाचार और लापरवाही साफ झलकती है। अब शासन और प्रशासन से बड़े कदम उठाने की जरूरत है, ताकि गांव में पानी की समस्या का समाधान हो सके।

ग्रामीणों की मांग
फिलहाल, ग्रामीण चाहते हैं कि उनके गांव में बिछाई गई पाइपलाइन की मरम्मत की जाए और पानी की सप्लाई सुचारू रूप से शुरू की जाए, ताकि उन्हें पानी की कमी से जूझना न पड़े।

 

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