लोक स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा में 334 की नियुक्ति:सीएम मोहन यादव ने हेल्थ, फॉरेस्ट के 877 अफसर कर्मचारियों को दिए नियुक्ति-पत्र

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को मप्र के स्वास्थ्य और वन विभाग के नव चयनित 877 अफसर-कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। सीएम ने कहा कि आज वंदेमातरम गान को 150 साल पूरे हो गए हैं। यह वह गान है जिसने आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई। ऐसे ही देश की बटी हुई 600 रियासतों को एक करने में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भूमिका निभाई।उन्होंने प्रशासनिक पुनर्गठन करके यूपीएससी जैसी परीक्षाएं शुरू कराईं।
स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग को लेकर बोले कि देश में सबसे तेज मेडिकल कॉलेज बनाने वाला प्रदेश है हमारा। पीपीपी मोड पर भी हम अस्पताल शुरू कर रहे हैं। वहीं फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को लेकर कहा कि पहले शेर देखने पर डर का माहौल होता था, अब शेर दिखने का मतलब उस इलाके की शोभा माना जाता है। अपना अनुभव सुनाते हुए कहा कि मैंने भी चीते, घड़ियाल और वल्चर छोड़े। अब यह अलग बात है कि वल्चर उड़े नहीं।
वन विभाग में 543 में से 76 फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर
लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में 334 शासकीय सेवक शामिल हुए। इनका मप्र लोक सेवा आयोग भर्ती परीक्षा के माध्यम से वर्ष 2024-25 में चयन हुआ। इनमें 75 एनेस्थेटिस्ट, 62 सर्जन, 106 शिशु रोग विशेषज्ञ और 91 नर्सिंग ऑफिसर शामिल थे। वन विभाग में कुल 543 को नियुक्ति पत्र मिले। इनमें 467 नव नियुक्त फॉरेस्ट गार्ड और 76 फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर शामिल हैं। इनका चयन मप्र कर्मचारी चयन मंडल भोपाल द्वारा आयोजित वनरक्षक भर्ती परीक्षा वर्ष 2022-23 और मप्र लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित वन क्षेत्रपाल भर्ती परीक्षा वर्ष 2020-21 के जरिए हुआ है।





