’नफरती हिंदू’ कहकर नफरत फैला रही कांग्रेस हिंदुओं को बदनाम कर रही है – रामेश्वर शर्मा

भोपाल.
हर हिंदू को, सनातनी को यह याद रखना चाहिए कि कांग्रेस न पहले हमारी थी, न आज हमारी है। राम मंदिर आंदोलन के दौरान जब मुलायम सिंह की सरकार ने 17-18 साल के दो कोठारी बंधुओं को गोली मारी थी, तब इसी कांग्रेस ने मुलायम सरकार की पीठ थपथपाई थी। जब कारसेवकों को गिरफ्तार किया गया, सपा, बसपा, कांग्रेस और अन्य दल मिलकर कारसेवकों पर हमला कर रहे थे। नफरत हम नहीं फैलाते, नफरत तो कारसेवकों को गोली मारकर, बाबरी मस्जिद को शहीद कहकर, भगवा को आतंकवादी कहकर कांग्रेस फैला रही है। नफरत तो कांग्रेस हिंदू को ’नफरती हिंदू’ कहकर फैला रही है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने गुरुवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।

जैसे-जैसे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समीप आ रही, कांग्रेस के निकल रहे प्राण
रामेश्वर शर्मा ने कहा कि जैसे-जैसे अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे कांग्रेस के प्राण निकलने लगे हैं। कांग्रेस अब नए-नए शब्द गढ़ने  की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के नेताओं ने पहले भगवाधारी साधु संतों को,  टीका लगाने वालों को मंदिर जाने वालों को, आतंकवादी कहा, गुंडा कहा और लड़की छेड़ने वाला कहा। श्रीमान बंटाढार दिग्विजय सिंह तो हिंदू धर्म को धर्म नहीं मानतें और गाय को गौमाता नहीं मानते। मगर आतंकवादियों को ’जी’ कहकर संबोधित करते हैं। इसी परंपरा को आगे रखते हुए कांग्रेस के एक और युवा नेता जीतू पटवारी ने एक नया शब्द और पैदा कर दिया है- ’नफरती हिंदू’। शर्मा ने कहा कि जब आतंकवादी कांग्रेस की सरकार के सामने बम धमाके कर रहे थे, मुंबई पर हमला किया था, तब देश एक स्वर में कह रहा था कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करो, देश तुम्हारे साथ है। उस समय कांग्रेस एक शब्द गढ़ने में व्यस्त थी-भगवा आतंकवाद। यह शब्द गढ़कर कांग्रेस ने साधु-संतों और हिंदू समाज के लिए काम करने वाले लोगों को बदनाम किया। अब यही काम जीतू पटवारी कर रहे हैं।

आतंकियों, दंगाइयों से इतनी मोहब्बत क्यों है?
शर्मा ने बताया कि हाल ही में कांग्रेस ने खरगोन में जिन लोगों ने आगजनी की, घर जलाए, बहन-बेटियों से छेड़खानी की, शोभायात्रा पर पथराव किया, कांग्रेस की सरकार बनने पर उनके मामलों की जांच होगी और उन्हें बचाने के प्रयास किए जाएंगे। मैं कांग्रेस पार्टी से कहना चाहता हूं कि अगर आतंकवादियों, दंगाइयों से इतनी ही मोहब्बत है तो फिर कान खोल कर सुन लो, देश और मध्यप्रदेश की धरती पर तुम्हारी सरकार किसी कीमत पर नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि जिस छत से पत्थर फेंके जाएंगे, वह छत जरूर टूटेगी। जो हाथ बहन-बेटियों से छेड़खानी करेंगे, उन्हें जरूर तोड़ा जाएगा और जेल में भी डालेंगे। जो श्रीराम, श्रीकृष्ण, महावीर, गौतम बुद्ध और गुरुनानक की शोभा यात्राओं पर पथराव करेंगे, उनके भी वही हाल होंगे, जो आतंकवादियों के होते हैं।  

बाबरी मस्जिद से इतनी मोहब्बत है, तो खुलकर कहो कारसेवकों ने गलत किया
शर्मा ने कहा कि पिछले चुनाव में कमलनाथ एक समाज के लोगों से कह रहे थे कि जमकर वोट करना वरना भाजपा आ जाएगी। कांग्रेस के एक और नेता जीतू पटवारी को सारे हिंदू ’नफरती हिंदू’ नजर आ रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या अयोध्या में राम के मंदिर निर्माण की बात करने वाले नफरती हैं? जब पीएफआई पर कार्रवाई हो, तो दिग्विजय सिंह कहते हैं कि 97 प्रतिशत आरोप गलत हैं। वही कांग्रेस पार्टी जब भगवान श्रीराम के पोस्टर लगे तो शिकायत दर्ज कराने पहुंच जाती है। मैं पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस आखिर किस से मोहब्बत करती है? वो किस के साथ है, बताती क्यों नहीं? मैं दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, जीतू पटवारी, रवि और बाबरी मस्जिद को शहीद बताने वाले के.के.मिश्रा से कहना चाहता हूं कि अगर तुम्हें बाबरी मस्जिद से इतनी ही मोहब्बत है, तो खुलकर कहो कि कारसेवकों ने गलत किया था। अभी कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि रामेश्वर शर्मा तो गुंडे हैं, क्योंकि वो 6 दिसंबर को कारसेवकों में शामिल थे। हम डंके की चोट पर कहते हैं कि 6 दिसंबर को हम कारसेवक थे और कारसेवकों ने जो किया, वह देश के स्वाभिमान के लिए किया। शर्मा ने कहा कि मैं जीतू पटवारी और ’नफरती हिंदू’ कहकर हिंदुओं को बदनाम तथा डिमोरलाइज्ड करने वाली कांग्रेस पार्टी से यह कहना चाहता हूं कि हम ’नफरती हिंदू’ नहीं हैं, हम हिंदुस्तान के असली हिंदू हैं। हम देश के लिए भी मरेंगे और राम के लिए भी सिर कटाने को तैयार हैं।

कांग्रेस अपना असली चेहरा बताती क्यों नहीं?
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस तू अपना असली चेहरा बताती क्यों नहीं? तू बोलती क्यों नहीं है कि तू हिंदुस्तान के हिंदुओं के साथ नहीं बल्कि पाकिस्तानियों के साथ है, आतंकवादियों के साथ है। इजराइल पर जब हमास के आतंकियों ने बर्बर हमला किया, तब कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यसमिति ने क्या कहा, वो भी सब को मालूम है। शर्मा ने कहा कि पूरी कांग्रेस हिंदुओं के खिलाफ नफरत के बीज बो रही है, हिंदुओं को बदनाम करने की साजिश रच रही है। कांग्रेस राम के भी खिलाफ है, क्योंकि वो राम को काल्पनिक बताती है और सुप्रीम कोर्ट में राम के खिलाफ 24 वकील खड़े करती है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के आम जन को यह समझना होगा कि कांग्रेस न तो हिंदुओं की है न सनातनी की है। शर्मा ने कहा कि हम कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों है? और अगर हिंदुओं से इतनी नफरत है, तो कांग्रेस के नेता चुनाव के समय टीका लगाने और मंदिर जाने का ढोंग क्यों करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि कांग्रेस के मुंह में राम बगल में छुरी, हिंदुओं के बारे में नीयत बुरी। अब देश और प्रदेश के हिंदू इस बात को जान गए हैं।  

कमलनाथ जवाब दें, क्यों हिंदुओं से इतनी नफरत पाल रहे हो?
शर्मा ने कहा कि कुछ समय पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे ने सनातन धर्म को बीमारी बताया था। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने भी सनातन को डेंगू जैसी बीमारी बताया। आज तक कांग्रेस पार्टी ने इसके लिए माफी नहीं मांगी है। मैं कमलनाथ और उनके कांग्रेसी मित्रों से पूछना चाहता हूं कि क्यों हिंदुओं के खिलाफ तुम्हारे मन में इतनी नफरत है? क्यों राम से इतना विरोध पाल रहे हो? क्यों सनातनियों को बदनाम कर रहे हो और क्यों सनातन धर्म को बीमारी बता रहे हो, इसका जवाब दें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button