छेड़छाड़ केस-बंगाल राजभवन के स्टाफ को हाईकोर्ट से राहत : कोर्ट ने पुलिस जांच 17 जून तक रोकी

कलकत्ता हाईकोर्ट ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के OSD और राजभवन के दो कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस की जांच पर 17 जून तक रोक लगा दी है। जस्टिस अमृता सिन्हा ने कहा- आरोपी जमानत पर हैं। पुलिस के पास सबूत हैं। अब तक जो जांच हुई है, उसकी पूरी रिपोर्ट 10 जून को अदालत को सौंपें। छुटि्टयों के बाद रेगुलर बेंच मामले की सुनवाई करेगी।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ एक महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। उसने 2 मई को हरे स्ट्रीट थाने में राज्यपाल के खिलाफ लिखित शिकायत दी थी। उसने कहा था कि राजभवन के कमरे से निकलते समय राज्यपाल के OSD एसएस राजपूत और दो अन्य कर्मचारियों कुसुम छेत्री और संत लाल ने उसे रोका था। पुलिस ने 15 मई को जांच शुरू की थी।

महिला ने आरोप लगाया कि वो 24 मार्च को स्थायी नौकरी का निवेदन लेकर राज्यपाल के पास गई थी। तब राज्यपाल ने बदसलूकी की। 2 मई को फिर यही हुआ तो वह राजभवन के बाहर तैनात पुलिस अधिकारी के पास शिकायत लेकर गई। संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत, किसी राज्यपाल के खिलाफ उसके कार्यकाल के दौरान कोई आपराधिक कार्यवाही शुरू नहीं की जा सकती है।

राज्यपाल ने क्या कहा
हालांकि राज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर महिला के आरोपों का खंडन किया था। उन्होंने कहा- ये मुझे बदनाम करने की साजिश है। मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। सत्य की जीत होगी। संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत, किसी राज्यपाल के खिलाफ उसके कार्यकाल के दौरान कोई आपराधिक कार्यवाही शुरू नहीं की जा सकती है।

ओडिशी डांसर भी राज्यपाल पर हैरेसमेंट केस लगा चुकी

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट का एक और केस सामने आया है। उन पर एक ओडिसी क्लासिकल डांसर ने दिल्ली के एक 5 स्टार होटल में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शिकायत अक्टूबर 2023 में दर्ज कराई गई थी।

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, बंगाल पुलिस ने राज्य सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपी है। 14 मई को मामला सामने आया है। ओडिसी डांसर ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह विदेश यात्रा से जुड़ी दिक्कतों को लेकर राज्यपाल से मदद मांगने गई थी।

जांच रिपोर्ट में क्या
जांच रिपोर्ट में दावा किया गया है कि CCTV फुटेज में राज्यपाल के होटल में एंट्री और एग्जिट का समय और महिला ने अपनी शिकायत में जो समय बताया है, वह एक है। हालांकि ओडिसी डांसर ने यह नहीं बताया कि उसने 10 महीने बीतने के बाद अक्टूबर में शिकायत क्यों दर्ज कराई। पूरे मामले पर सीवी बोस या राजभवन की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।

ममता बोलीं- राज्यपाल के पास बैठना भी पाप
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने 11 मई को हावड़ा में एक रैली में कहा कि राज्यपाल आनंद बोस के बारे में अभी तक सब कुछ सामने नहीं आया है। एक और वीडियो और पेन ड्राइव है। ममता ने कहा- अगर अब राजभवन बुलाया जाएगा तो मैं नहीं जाऊंगी। अगर राज्यपाल मुझसे बात करना चाहते हैं तो वह मुझे सड़क पर बुला सकते हैं। मैं उनसे वहीं मिलूंगी। उनके पास बैठना भी अब पाप है।

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