साली पर आई गंदी नीयत, साढू की कर दी हत्या… चूड़ियों और नेल पॉलिश ने पहनाई हथकड़ी

भोपाल। गौतम नगर थाना पुलिस ने 13 फरवरी को पीजीबीटी कॉलेज के पास एक बंद कमरे से युवक का शव बरामद किया था। किसी ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी। अंधे कत्ल की इस गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। युवक की हत्या मुंबई में रहने वाले उसके साढ़ू भाई ने की थी।
क्राइम पेट्रोल और भोकाल सीरीज देखकर उसने पूरी साजिश रची थी, लेकिन भोपाल आने पर सिर्फ एक बार अपना मोबाइल फोन चालू करना और क्षेत्र में लगे सीसीटीवी के फुटेज व हत्याकांड में पुलिस को गुमराह करने के लिए भोपाल से खरीदी गईं महंगी चूड़ियां ही उसके लिए हथकड़ी बन गई।
चूड़ियां और नेल पॉलिश मिली
गौतम नगर थाना प्रभारी महेंद्रसिंह ठाकुर ने बताया कि अहमदाबाद निवासी 30 वर्षीय सोनू पुत्र राम प्यारे गुप्ता कृष्णा कालोनी में किराए के कमरे पर अकेला रहता था। वह कबाड़खाना में बर्तनों पर पालिश (बफिंग) का काम करता था। 13 फरवरी को उसका शव कमरे का ताला तोड़कर बरामद किया गया था। शव के पास कुछ नई चूड़ियां और नेल पॉलिश रखी हुई मिली थी।
दुकान वाले को बोला कि एक महिला ने की है सोनू की हत्या
घटना की सूचना मिलने पर शव लेने के लिए मृतक की पत्नी के साथ उसका जीजा 43 वर्षीय नवरतन गुप्ता भी आया था। तब उसने पुलिस से दूरी बनाए रखी। साथ ही जाते समय सोनू के दुकान मालिक से बोला था कि हत्या सोनू की प्रेमिका ने की है, पुलिस को बता देना।
डीआईजी बंगले के पास सीसीटीवी में दिखा
इस बीच पुलिस सीसीटीवी के फुटेज के साथ ही मौके से बरामद शृंगार के सामान से सुराग ढूंढने में जुटी थी। अंतत: पुलिस ने पुराने शहर की उस दुकान का पता लगा लिया, जहां से चूड़ी खरीदी गई थी। उधर डीआईजी बंगला के पास लगे एक सीसीटीवी के फुटेज में नवरतन गुप्ता का चेहरा भी मिल गया।
उसे दुकानदार ने चूड़ी के खरीदार के रूप में पहचान लिया। पुलिस ने मोबाइल फोन की लोकेशन से भी नवरतन के घटना के पहले भोपाल में मौजूदगी का पता कर लिया। सबूतों के आधार पर जब सख्ती की गई, तो उसने सोनू गुप्ता की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
सोनू की पत्नी को हासिल करना चाहता था
पुलिस पूछताछ में पता चला कि मूलत: जौनपुर (उप्र) निवासी नवरतन मुंबई में जूस की दुकान चलाता है। सोनू का राजस्थान की एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग चलता था। सोनू जब घर गया था, तो पत्नी ने मोबाइल फोन में उस युवती का फोटो देख लिया था। तब उनके बीच जमकर विवाद हुआ था।
सोनू की पत्नी ने घटना के बारे में जीजा नवरतन को बताते हुए मदद मांगी थी। तब दिसंबर में नवरतन, सोनू को समझाने भोपाल भी आया था। इस बीच नवरतन की नीयत अपनी साली पर खराब हो चुकी थी। उसे हासिल करने के लिए उसने सोनू की हत्या की साजिश रच ली थी।
नंबर निकालने के लिए मोबाइल चालू किया था
नवरतन अपना मोबाइल फोन बंद करने के बाद ट्रेन से मुंबई से नौ फरवरी को भोपाल आ गया था। स्टेशन पर उतरने पर वह सोनू का फोन नंबर भूल गया था। उसे पता करने उसने अपना मोबाइल फोन खोला। नंबर लिखने के बाद मोबाइल फोन फिर बंद कर लिया था। राह चलते व्यक्ति से फोन लेकर उसने सोनू से संपर्क कर स्टेशन लेने के लिए बुलाया था।
सोनू काम पर चला गया तो नवरतन ने चूड़ी, नेल पॉलिस आदि खरीदकर अपने पास रख ली थी। इस बीच वह भौकाल सीरीज और क्राइम पेट्रोल देखकर हत्या की योजना बनाता रहा।
10 फरवरी की रात में शराब के नशे में कमरे पर पहुंचकर सोनू सो गया। तब नवरतन ने उसका गला घोट दिया। 10-11 फरवरी की रात में कमरे में बाहर से ताला लगाकर वह वापस मुंबई चला गया था।