प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बरसात:भोपाल में 6 घंटे में 3 इंच बारिश, बड़े तालाब का जलस्तर पहली बार बढ़ा

भोपाल समेत मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक तेज बारिश हुई। भोपाल में देर रात 2:30 बजे से सुबह 8:30 बजे तक लगातार 6 घंटे बारिश हुई, जिसमें 77 मिमी (करीब 3 इंच) पानी गिरा। यह जुलाई की पहली रात की बीते 26 वर्षों की सबसे भारी बारिश है।
मानसून की इस बरसात ने राजधानी के बड़े तालाब में भी जान फूंक दी। सीजन में पहली बार तालाब के जलस्तर में 0.45 फीट की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जलस्तर 1658.55 फीट से बढ़कर 1658.90 फीट हो गया। पिछले कई दिनों से जलस्तर स्थिर था।
भदभदा डैम प्रभारी अजय सिंह सोलंकी ने बताया कि यह इस सीजन की पहली बढ़त है। इधर, अरेरा हिल्स वेधशाला में 3.5 इंच से अधिक तो कोलार में 3 इंच से थोड़ा कम बारिश दर्ज की गई। शहर की आधिकारिक वर्षा 77 मिमी एयरपोर्ट वेधशाला में दर्ज की गई। वहीं प्रदेश की बात करें तो सिवनी में सबसे ज्यादा 7 इंच बारिश दर्ज की गई। गुना में 5 इंच तो ब्यावरा (राजगढ़) में 4 इंच बारिश हुई।
दो ट्रफ लाइनों और चक्रवात ने बढ़ाई नमी, बारिश थमेगी नहीं
दो ट्रफ लाइनों का दबाव मप्र पर बना है। एक रेखा सीधी-शिवपुरी से और दूसरी दक्षिण-पूर्व राजस्थान से होकर गुजर रही है। झारखंड के दक्षिणी हिस्से में बने चक्रवात के चलते भी वातावरण में नमी बढ़ी है। इसी कारण कई जिलों में भारी वर्षा हुई है। यह जारी रहेगी। मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला के अनुसार, वर्ष 2000 से 2025 के बीच सिर्फ 7 बार ही पहली जुलाई की रात बारिश हुई है। इस बार की बारिश 26 साल में सबसे ज्यादा है।
3 सालों में ज्यादा बारिश
2025: 77 मिमी 2013: 22 मिमी 2009: 36 मिमी
अन्य वर्षों में 5 मिमी से कम या नहीं के बराबर
येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी…
मौसम विभाग ने बताया है कि यह रुझान अगले तीन से चार दिन तक जारी रह सकता है। भोपाल सहित कई जिलों में येलो और कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।