सुकमा में सुबह से चल रही पुलिस-नक्सली मुठभेड़

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। बताया जा रहा है कि, हार्डकोर नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना में जवान निकले थे। DRG, CRPF और STF के जवानों ने नक्सलियों को घेर रखा है। सुबह से ही गोलीबारी जारी है। नक्सलियों को नुकसान होने की भी खबर है।
दरअसल, बस्तर में 28 जुलाई से नक्सलियों का शहीदी सप्ताह शुरू हो गया है, जो 3 अगस्त तक चलेगा। नक्सलियों के इस शहीदी सप्ताह में बस्तर में पुलिस फोर्स अलर्ट है। सभी जिलों में जवानों को ऑपरेशन के लिए भेजा गया है। सुकमा में ऑपरेशन पर निकले जवानों की 29 जुलाई की सुबह मुठभेड़ हो गई। इससे पहले, बीजापुर जिले के बासागुड़ा इलाके में 26 जुलाई को मुठभेड़ में जवानों ने 17 लाख रुपए के इनामी 4 नक्सलियों को मार गिराया था। इनमें 2 महिला और 2 पुरुष नक्सली शामिल हैं। सभी के शव, INSAS, SLR समेत बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं।
18 जुलाई को मारे गए थे 6 नक्सली
वहीं, 18 जुलाई को नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में जवानों ने 6 नक्सलियों का एनकाउंटर किया था। मुखबिर की सटीक सूचना पर सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम सर्चिंग पर निकली थी। जहां फोर्स ने माओवादियों को घेर कर मार गिराया।
बारिश के मौसम में भी नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन मानसून जारी है। इस दौरान पुलिस का नक्सलियों से सामना हुआ। दोनों तरफ से फायरिंग हुई थी। जवानों ने जवाबी कार्रवाई में नक्सलियों को ढेर कर दिया। एनकाउंटर वाली जगह से AK-47 और SLR जैसे ऑटोमैटिक हथियार भी बरामद हुए थे।
अबूझमाड़ में 26 जून को हुई थी मुठभेड़
वहीं 5 जुलाई को बीजापुर जिले में जवानों ने मुठभेड़ में एक नक्सली को ढेर किया था। जवानों ने 5 जुलाई की सुबह मारे गए नक्सली का शव और हथियार बरामद किया। इसके साथ ही नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में ही 26 जून को जवानों ने 2 वर्दीधारी महिला नक्सलियों को मार गिराया था। दोनों के शव बरामद कर किए गए। साथ ही 315 बोर राइफल और अन्य हथियार भी बरामद हुए थे। मारे गए नक्सलियों में एरिया कमेटी मेंबर (ACM), कुतुल एरिया कमेटी मेंबर सीमा के रूप में की गई। इस पर 5 लाख का इनाम घोषित था। वहीं लिंगे उर्फ़ रांझू पर 1 लाख का इनाम था। रांझू पार्टी मेंबर (PM), कुटुल LOS थी।
शाह की डेडलाइन, 2026 तक करेंगे नक्सलवाद का खात्मा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगस्त 2024 और दिसंबर 2024 में छत्तीसगढ़ के रायपुर और जगदलपुर आए थे। वे यहां अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग मंचों से नक्सलियों को चेताते हुए कहा था कि हथियार डाल दें। हिंसा करोगे तो हमारे जवान निपटेंगे। वहीं उन्होंने एक डेडलाइन भी जारी की थी कि 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद का खात्मा कर दिया जाएगा। शाह के डेडलाइन जारी करने के बाद से बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन काफी तेज हो गए हैं।