वाकई चोट? शुभमन सेना के खिलाफ कप्तान बेन स्टोक्स के दुम दबाकर भागने के पीछे कहीं ये कारण तो नहीं

लंदन: भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट में इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने शुभमन सेना को ऑल आउट करने के लिए साम दाम दंड भेद चारों पैंतरे अपनाए थे, लेकिन केएल राहुल, शुभमन और फिर रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने कमाल करते हुए मैच ड्रॉ के लिए मजबूर किया। आखिरी सेशन में स्टोक्स समझ चुके थे अब उनकी टीम भारत को आउट नहीं कर पाएगी तो उन्होंने पार्ट टाइमर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े ‘धोखे’ बाउंड्री काउंट से इंग्लैंड को वनडे विश्व कप विजेता बनाकर ऑर्डर ऑफ ब्रिटिश एम्पायर (ब्रिटेन के सबसे बड़े सम्मान में से एक) यानी OBE अवॉर्ड पर इतराने वाले वाले बेन स्टोक्स ने रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को शतक से रोकने के लिए खूब चालें चलीं, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। अब द ओवल में आखिरी टेस्ट से पहले वह प्लेइंग-11 से बाहर हो गए हैं।

इंग्लैंड ने प्लेइंग-11 से बाहर करने की कोई खास वजह नहीं बताई

वजह कुछ खास नहीं बताई गई। इंग्लैंड ने चोट का खुलासा करने से इनकार कर दिया, लेकिन मीडिया में दावा किया गया कि स्टोक्स के कंधे की मांसपेशी में ग्रेड-3 का खिंचाव है और उन्हें ठीक होने में कम से कम छह हफ्ते लगेंगे। इस समर में उनका कोई और क्रिकेट खेलने का कार्यक्रम नहीं है और उन्हें विश्वास है कि 21 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड के पहले एशेज टेस्ट से पहले वह पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे। अब सवाल यहीं से शुरू होता है कि क्या उन्हें वाकई चोट है? यह सवाल इसलिए क्योंकि इंग्लैंड ने वजह नहीं बताई। किसी भी सामान्य खिलाड़ी को प्लेइंग-11 से बाहर रखने पर बोर्ड बयान देता है, लेकिन यहां तो कप्तान को ही बाहर कर दिया गया, लेकिन वजह नहीं बताई गई।

मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी दिन कर रहे थे 140 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बॉलिंग
खैर, एक और बड़ी वजह है जो बेन स्टोक्स के मैदान से भागने की ओर इशारा कर रहा है। स्टोक्स ने मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी दिन 11 ओवर फेंके थे। इस दौरान कई बार उनकी गेंदों की रफ्तार 140 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक थी। हालांकि, वह गेंदबाजी करते समय उन्होंने बार-बार अपने कंधे को पकड़ रहे थे और बाद में कहा कि बाइसेप्स टेंडन की चोट से जूझने के बावजूद उनके 5वें टेस्ट मैच से बाहर होने की बहुत कम संभावना है।

बेन स्टोक्स कहीं फ्रस्ट्रेशन में तो नहीं हुए द ओवल टेस्ट से बाहर?
उनकी अनुपस्थिति इंग्लैंड और व्यक्तिगत रूप से स्टोक्स के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि इस सीरीज में 17 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने मैनचेस्टर में दो साल में अपना पहला टेस्ट शतक बनाया था। पिछले दो टेस्ट मैचों में उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। मैनचेस्टर से द ओवल का मामला थोड़ा अलग है। यहां स्पिन फ्रेंडली पिच होती है और यहां भारत के जीतने के चांसेस हैं। पिछले 5 में से 3 मैचों में इंग्लैंड को यहां हार भी मिली है। मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी सत्र में वह फ्रस्ट्रेट भी नजर आ रहे थे। बेन स्टोक्स पहले भी मेंटल फटीग की वजह से क्रिकेट से ब्रेक ले चुके हैं। संभव है कि यह ब्रेक चोट नहीं, बल्कि फ्रस्ट्रेशन का नतीजा हो, जो भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों ने दिया था।
जोफ्रा आर्चर का भी प्लेइंग-11 से बाहर होना समझ से परे
बेन स्टोक्स का बाहर होने के पीछे चोट फिर भी कारण हो सकती है, लेकिन जोफ्रा आर्चर का बाहर होना समझ से परे है। आर्चर वो गेंदबाज हैं, जिन पर इंग्लैंड इतराता है। वह बॉडी लाइन लेंथ और कातिलाना यॉर्कर के लिए कुख्यात भी हैं। लेकिन, मैनचेस्टर में वह भी भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ दूसरी पारी में कुछ खास नहीं कर सके। संभव है उन्हें भारत को ऑल आउट नहीं कर पाने की सजा मिली हो। बहाना वर्कलोड मैनेजमेंट हो सकता है, इसके लिए कोई इंग्लैंड को रोक नहीं सकता, लेकिन इसमें कोई दोराय नहीं कि भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों ने अंग्रेजों की हवा खराब कर दी है। खैर, आज से आखिरी टेस्ट शुरू हो रहा है तो द ओवल में देखते हैं होता है क्या।

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