जैविक कृषि, कोदो-कुटकी और उन्नत खेती के लिए किसानों को जागरूक करें’

कांकेर। प्रदेश के आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, कृषि तथा किसान कल्याण विभाग के मंत्री रामविचार नेताम ने आज जिला कार्यालय कांकेर के सभागार में कांकेर, बालोद एवं धमतरी जिलों के विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर योजनाओं के क्रियान्वयन प्रगति की समीक्षा की।
साथ ही बीज एवं उर्वरक वितरण तथा किसान कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जैविक कृषि, कोदो-कुटकी और उन्नत खेती के लिए किसानों के बीच योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना बेहद जरूरी है, इसके लिए अधिकारी किसानों को सतत् जागरूक करें।
आज सायं 05.30 बजे से आयोजित बैठक में कृषि मंत्री नेताम ने कहा कि समितियों में भण्डारित खाद को अविलंब किसानों को वितरित करना सुनिश्चित करें, ताकि समय पर फसलों को उपयुक्त खाद मिल सके। उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी फसलों को और अधिक उन्नत बनाने तथा योजनाओं की पहुंच सभी किसानों पर सुनिश्चित करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
कैबिनेट मंत्री नेताम ने रासायनिक उर्वरकों से मृदा को होने वाले दुष्प्रभावों से किसानों को जागरूक करने पर जोर दिया। उन्होंने उद्यानिकी के क्षेत्र में रोजगार के अवसर हेतु युवाओं को रिफ्रेशर प्रशिक्षण देने एवं तकनीकी जानकारी देने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही मुनगा एवं ऑयल पॉम, कोदो-कुटकी जैसे रोजगारमूलक फसलें लेने पर भी फोकस करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसी प्रकार जलवायु के अनुरूप मसाला वर्गीय फसल लेने के किसानों को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया। किसानों को बीज, खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा विभागीय योजनाओं लाभ समय पर एवं पारदर्शी तरीके से उपलब्ध कराया जाए। इस दौरान संचालक कृषि तथा प्रबंध संचालक राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम अजय कुमार अग्रवाल ने तीनों जिलों में खाद एवं बीज की उपलब्धता, भण्डारण एवं वितरण की जानकारी मंत्री नेताम को दी।
बैठक में उप संचालक कृषि ने बताया कि कांकेर जिले में 38869.35 क्विंटल धान बीज का भण्डारण किया गया था, जिसमें से अब तक 34756.60 क्विंटल धान का वितरण किसानों को किया जा चुका है। इसी प्रकार 25568.13 मेट्रिक टन यूरिया खाद् भण्डारित किया गया है, जिसमें से 20525.87 मेट्रिक टन खाद् का वितरण किया जा चुका है तथा वर्तमान में जिले में 5042.27 मेट्रिक टन यूरिया खाद कांकेर जिले में उपलब्ध है। इसी प्रकार डीएपी खाद 7024.15 मेट्रिक टन भण्डारित किया गया है, जिसमें 6002.05 मेट्रिक टन का वितरण किया गया और वर्तमान में 1022.10 मेट्रिक टन खाद उपलब्ध है। एनपीके 9129.55 मेट्रिक टन भण्डारित किया गया था, जिसमें से 7216.73 मेट्रिक टन का वितरण किया जा चुका है तथा 1912.82 मेट्रिक टन एनपीके जिले में अभी उपलब्ध है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत वर्ष 2024-25 जिले में 75559 बीमित कृषक है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत कांकेर जिले में 82395 किसानों को लाभान्वित किया गया है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत वर्ष 2025-26 में 0.2784 लाख हेक्टेयर रकबे के लिए बीमित किसानों की संख्या 17575 है। इसके अलावा विभिन्न विभागीय योजनाओं की समीक्षा कृषि मंत्री द्वारा सिलसिलेवार की गई।
इसके पहले, आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा करते हुए मंत्री नेताम ने कहा कि आश्रम-छात्रावासों में निवासरत विद्यार्थियों का भविष्य संवारने की बड़ी जिम्मेदारी अधिकारियों की है। विभाग द्वारा जो दायित्व सौंपे गए हैं, उनका पूरी इच्छाशक्ति के साथ अक्षरशः पालन करें। उन्होंने तीनों जिलों के सहायक आयुक्तों को प्रत्येक सप्ताह 8-10 छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण करने तथा वहां के वस्तुस्थिति से अवगत होकर जानकारी कलेक्टर को देने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षात्मक पहलुओं पर भी विशेष रूप से ध्यान दें। कैबिनेट मंत्री ने आश्रम-छात्रावासों के लंबित एवं अपूर्ण निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने तथा पूरे परिसर में सघन पौधरोपण करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने छात्रावासों की नियमित साफ-सफाई और बिजली, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता हरहाल में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान आदिवासी विकास विभाग के आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर ने जिलावार प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने और आवश्यक व्यवस्थाओं का सतत् जायजा लेने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि शासन की राशि का किसी भी सूरत में दुरुपयोग न होने पाए, यह ध्यान में रखें।
साथ ही किसी भी आश्रम-छात्रावास में निवासरत बालक-बालिकाओं के टॉयलेट और पानी की व्यवस्था जरूर होनी चाहिए। बैठक में कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने उन्नत कृषि हेतु कार्ययोजना तैयार करने एवं आदिवासी विकास विभाग के अपूर्ण एवं लंबित कार्यों को गुणवत्ता के साथ जल्द से जल्द पूरा कराने की बात मंत्री श्री नेताम से कही।
बैठक में कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री भरत मटियारा, जिला पंचायत के सीईओ श्री हरेश मंडावी, संयुक्त संचालक कृषि श्री कपिलदेव दीपक, एसडीएम अरूण वर्मा सहित कांकेर, धमतरी एवं बालोद जिले के कृषि तथा आदिवासी विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।