छह दिन की तेजी के बाद शेयर मार्केट में भारी गिरावट, सेंसेक्स 500 अंक लुढ़का, जान लीजिए वजह

नई दिल्ली: हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट दिख रही है। इससे पहले लगातार छह दिन बाजार में तेजी रही थी। यह तेजी जीएसटी में सुधार की उम्मीद से आई थी। लेकिन आज निवेशक सतर्क रुख अपना रहा हैं। इससे बीएसई सेंसेक्स में 500 अंक से अधिक गिरावट आई जबकि निफ्टी 150 अंक से अधिक लुढ़क गया। सुबह 11.00 बजे सेंसेक्स 568.69 अंक यानी 0.69% गिरावट के साथ 81,432.02 अंक पर ट्रेड कर रहा था। निफ्टी 173.45 अंक यानी 0.69% गिरावट के साथ 24,910.30 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से आईसीआईसीआई बैंक, अडानी पोर्ट्स, एचसीएल टेक, एटरनल और एशियन पेंट्स के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई। इनमें 0.8% से 0.6% तक गिरावट आई। सेक्टरों की बात करें तो फाइनेंशियल सेक्टर में 0.4% की गिरावट आई। बैंकिंग इंडेक्स 0.3% नीचे था। देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर भी 0.7% गिरा। यह निफ्टी 50 में तीसरा सबसे बड़ा शेयर है। ब्रॉडर मार्केट में मिडकैप शेयर 0.2% बढ़े जबकि स्मॉलकैप शेयरों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ।
विशेषज्ञों की राय
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा कि ट्रंप टैरिफ से बाजार पर दबाव पड़ेगा। इससे पिछले 6 दिनों की तेजी रुक जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर 25% का अतिरिक्त टैरिफ अगस्त में लागू होता है तो भारत की विकास दर पर इसका ज्यादा असर होगा। बाजार को इसे ध्यान में रखना होगा। विजयकुमार ने कहा कि बाजार में एक महत्वपूर्ण रुझान लार्जकैप शेयरों का बेहतर प्रदर्शन है। पिछले एक साल में निफ्टी 1% ऊपर है, जबकि निफ्टी मिडकैप 150 0.35% और निफ्टी स्मॉलकैप 250 4.7% नीचे है
वैश्विक बाजार
एशियाई शेयर शुक्रवार को सतर्क शुरुआत में थोड़ा ऊपर उठे। निवेशक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण का इंतजार कर रहे हैं। बाजार इस बात पर बारीकी से नजर रख रहे हैं कि क्या फेड सितंबर में ब्याज दर में कटौती की ओर बढ़ सकता है। हाल ही में अमेरिका के लेबर मार्केट में नरमी के संकेत मिले हैं जिससे रेट कट पर सवालिया निशान लग गया है।