अमेरिका के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा, डॉटकॉम के दौर में भी नहीं हुआ था यह कमाल

नई दिल्ली: अमेरिका में डॉलर की छोड़कर बाकी सभी एसेट्स रेकॉर्ड पर है। इनमें शेयर मार्केट भी शामिल है। हालिया तेजी के साथ ही यूएस स्टॉक मार्केट कैप-टू-जीडीपी रेश्यो 221% के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। अप्रैल के लो लेवल से इसमें 58% तेजी आई है। यह साल 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस के लो लेवल से करीब 4.6 गुना ज्यादा है। यह 2000 के डॉटकॉम बबल के दौरान 142% पर पहुंचा था। यह 13 साल के औसत 87% से कहीं आगे पहुंच चुका है।
पिछले कुछ समय में अमेरिका की बड़ी कंपनियों के शेयरों में काफी तेजी देखने को मिली है। मसलन दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी एनवीडिया की हिस्सेदारी अब एमएससीआई ऑल कंट्री वर्ल्ड इंडेक्स में 5.04 फीसदी पहुंच चुकी है। यह इंडेक्स ग्लोबल इक्विटी मार्केट्स का 85 फीसदी कैप्चर करता है। इनमें लार्ज और मिड-कैप स्टॉक्स शामिल हैं। एनवीडिया का वेट अब दुनिया के तीसरे बड़े स्टॉक मार्केट जापान (4.78%) से भी ज्यादा हो गया है।
टॉप कंपनियां
इस इंडेक्स में चीन की हिस्सेदारी 3.33 फीसदी, यूके की 3.23 फीसदी और कनाडा की 2.92 फीसदी है। इस इंडेक्स में एनवीडिया का योगदान फ्रांस और जर्मनी के कंबाइंड योगदान से बड़ा है। एनवीडिया का मार्केट कैप 4.505 ट्रिलियन डॉलर पहुंच चुकी है। पहली बार किसी कंपनी का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचा है। एनवीडिया के बाद माइक्रोसॉफ्ट (3.894 ट्रिलियन डॉलर), ऐपल (3.806 ट्रिलियन डॉलर) और अल्फाबेट (2.979 ट्रिलियन डॉलर) का नंबर है।