19 को हाईकोर्ट में पीआईएल:भोपाल में अस्थायी कर्मियों का हल्ला बोल, ठेका प्रथा खत्म करने की मांग

राज्य भर से आए हजारों अस्थायी, आउटसोर्स, अंशकालीन और पंचायत कर्मचारियों ने रविवार को राजधानी भोपाल में जोरदार प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों ने सरकार से समान कार्य के लिए समान वेतन और ठेका कंपनी राज की प्रथा खत्म करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा। इसी मुद्दे पर 19 अक्टूबर को जबलपुर हाईकोर्ट में इस मुद्दे पर जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की जाएगी।
आंबेडकर मैदान पर जुटे प्रदेशभर से आए कर्मचारी
राजधानी के आंबेडकर मैदान में हुए विरोध प्रदर्शन में राजस्व सर्वेयर, मीटर रीडर, अतिथि शिक्षक, बैंक मित्र, ग्राम पंचायत कर्मचारी, स्वच्छाग्राही और कोरोना काल के फ्रंटलाइन वर्कर सहित कई विभागों के अस्थायी कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान "कामगार एकता जिंदाबाद" और "नियमितीकरण हमारा अधिकार है’ जैसे नारे गूंजते रहे।
2 साल बाद अनुमति
ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स, अस्थायी, अंशकालीन एवं ग्राम पंचायत कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि यह आंदोलन प्रदेश के लाखों कर्मचारियों की आवाज़ है।
उन्होंने कहा कि बिना सम्मान और समानता के सुशासन संभव नहीं है। दोपहर में मोर्चा के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री निवास से बुलावा मिला। जहां उन्होंने अपनी मांगों का को लेकर ज्ञापन सौंपा। अस्थाई-आउटसोर्स कर्मियों को दो साल बाद राजधानी में प्रदर्शन की अनुमति मिली थी।