गाजा की आतंकी सुरंगों में दो साल… हमास की कैद से छूटे इजरायली बंधक ने बताई खौफनाक कहानी, गर्लफ्रेंड के साथ किया गया था अगवा

तेल अवीव: अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम के बाद हमास की कैद से सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा कर दिया गया है। इन सभी को 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमले के दौरान अगवा किया गया था। बंधकों की रिहाई के साथ ही उनकी 2 साल तक हमास की कैद की खौफनाक कहानियां भी सामने आने लगी हैं। ऐसी ही एक दहला देने वाली कहानी 32 साल के अविनतान ओर की है, जिन्होंने 738 दिन हमास की आतंकी सुरंगों में बिताए। इस दौरान कभी भी उनका किसी दूसरे बंधक से सामना नहीं हुआ।

अविनतान ने बताया कि हमास की कैद में उन्हें लंबे समय तक भूखों रहना पड़ा और उनके शरीर का वजन 40 प्रतिशत तक कम हो गया था। अविनतान को दक्षिणी इजरायल में नोवा संगीत समारोह से उनकी 27 वर्षीय प्रेमिका नोआ अर्गमानी के साथ अगवा कर लिया गया था। अपहरण कि एजाने के तुरंत बाद ही दोनों को अलग कर दिया गया था। रिहाई के बाद अविनतान ने सबसे पहले नोआ से मिलने की इच्छा जताई। नोआ को जून 2024 में पहली रिहाई के दौरान रिहा किया गया था।

गर्लफ्रेंड के बारे में कुछ नहीं था पता

अविनतान ने रिहाई के बाद गाजा में फैली अंधेरी आतंकी सुरंगों के अंदर की अपनी जिंदगी के सबसे खौफनाक पलों को याद किया और कहा कि वह उन सुरंगों में अकेला था तो उसे बाहर की दुनिया के बारे में कुछ पता नहीं था। अविनतान ने कहा कि बंधक बनाए जाने के बाद से 25 महीनों में क्या हुआ था, उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं थी। यहां तक कि उन्हें ये भी नहीं पता था कि उनकी गर्लफ्रेंड नोआ के साथ क्या हुआ और जीवित भी या नहीं।

अविनतान को सोमवार को लंच के समय ये बताया गया कि नोआ को एक साल पहले सुरक्षित रिहा कर दिया गया था। सोमवार को जब बाकी 20 बंधकों को इजरायल वापस लाया गया तो उनकी कहानी कई सबसे ज्यादा परेशान करने वाली कहानियों में से एक थी।

बंधकों को जंजीरों में बांधकर रखा गया

चैनल 12 की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा से वापस लाए गए एक और बंधक एल्काना बोहबोट ने बताया कि उन्हें हमास की कैद में ज्यादातर समय सुरंग में जंजीरों से बांधकर रखा गया था। इस दौरान उन्होंने समय और जगह के बारे में कुछ अंदाजा नहीं था। उन्होंने यह भी दावा किया कि कैद के दौरान उन्होंने सिर्फ एक बार ही नहाया था। हालांकि, उन्हें इजरायल में हो रही कुछ घटनाओं के बारे में जानकारी थी। रिपोर्टों के अनुसार, हमास के कुछ सदस्य उनसे हिब्रू में भी बात करते थे।

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