हांगकांग एयरपोर्ट- एअर इंडिया ड्रीमलाइनर विमान में गड़बड़ी

हांगकांग से दिल्ली आ रहे एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान में गुरुवार सुबह दिक्कत आ गई। फ्लाइट AI315 के उड़ान से पहले उसमें एक पुर्जे को रिसैट किया गया।
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24.com पर मौजूद डेटा के अनुसार, बोइंग 787-8 विमान की फ्लाइट AI315 को हांगकांग एयरपोर्ट से सुबह लगभग 8.50 बजे (स्थानीय समयानुसार) उड़ान भरनी थी, लेकिन इसमें देरी हुई और यह लगभग 11.30 बजे रवाना हुआ।
एअर इंडिया का ये वही विमान है जिसमें 12 दिन पहले भी समस्या आई थी। तब यह विमान अमृतसर से इंग्लैंड के बर्मिंघम जा रहा था। लैंडिंग से पहले विमान की रैम एयर टरबाइन (RAT) अपने आप एक्टिव हो गई, जिसके बाद पायलट ने एहतियातन इमरजेंसी लैंडिंग की।
दरअसल, बोइंग ड्रीमलाइनर का यही मॉडल 12 जून को अहमदाबाद में टेकऑफ के कुछ देर बाद ही क्रैश हो गया था, इस हादसे में 270 लोगों की मौत हुई थी।
क्या होता है RAT का काम?
- किसी भी कॉमर्शियल विमान में पावर के लिए दो इलेक्ट्रिक जनरेटर होते हैं, जिन्हें इंटीग्रेटेड ड्राइव जनरेटर (IDG) कहते हैं। तीसरा जनरेटर विमान की टेल पर ऑक्सीलरी पावर यूनिट (APU) में लगा होता है।
- किसी विमान के मुख्य दो जनरेटर खराब हो जाएं, तो APU जनरेटर चालू हो जाता है। अगर इन तीनों में से कोई भी जनरेटर चालू हो, तो भी फ्लाइट को पूरी बिजली मिल सकती है। इसके बावजूद तीनों मुख्य जनरेटर फेल जाएं तो भी हर इंजन में एक बैकअप जनरेटर होता है। ये बैकअप जनरेटर विमान के सिस्टम को एसी (अल्टरनेटिंग करंट) पावर देते हैं, इससे इंजन चलते रहते हैं।
- विमान में सभी प्रकार के पावर मैनेजमेंट के लिए कंप्यूटर आधारित इलेक्ट्रिकल लोड मैनेजमेंट सिस्टम (ELMS) लगा होता है, जो यह निर्धारित करता है कि किस जनरेटर को किस समय चालू करना है, लेकिन तीन मुख्य जनरेटर और दो बैकअप जनरेटर भी बंद हो जाएं, तो पूरा लोड विमान के दो परमानेंट मैगनेटिक जनरेटर (PMG) पर आ जाएगा, जिनका काम पहियों की गति के साथ छोटी हेडलाइट्स को रोशन करना है।
- PMG पावर भी फेल हो जाए तो पावर के लिए आखिरी विकल्प रैम एयर टर्बाइन (RAT) ही है। RAT सिस्टम विमान के लैंडिंग गियर के थोड़ा पीछे लगाया जाता है। आसान शब्दों में कहें तो यह एक विंड जनरेटर है। अगर सभी सिस्टम फेल हो जाएं तो इस स्थिति में RAT अपने आप बाहर आ जाता है।
- RAT हवा में घूमकर पावर पैदा करता है और उसे सिस्टम तक पहुंचाता है, लेकिन अगर किसी वजह से RAT सिस्टम भी फेल हो जाए तो विमान को क्रैश होने से बचाने के लिए कोई विकल्प नहीं बचता।
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बोइंग 787-8ः लंबी उड़ानों के लिए डिजाइन किया गया
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर एक आधुनिक, मिड-साइज, ट्विन-इंजन, वाइड-बॉडी जेट विमान है, जिसे बोइंग ने बनाया है। ये लंबी दूरी की उड़ानों के लिए डिजाइन किया गया है और पुराने बोइंग 767 को रिप्लेस करने के लिए लाया गया। ये फ्यूल-एफिशिएंट विमान है।
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर 12 जून को अपने 15 साल के इतिहास में पहली बार क्रैश हुआ था। इससे पहले लीथियम आयन बैटरियों में आग और बॉडी के जोड़ों में गैप जैसी शिकायतें ही आई थी।
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12 जून- अहमदाबाद में बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 क्रैश हुआ
एअर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI 171 (बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8) अहमदाबाद से 12 जून को लंदन जा रही थी। टेकऑफ के कुछ देर बाद ही क्रैश हो गया थी। इस हादसे में 270 लोगों की मौत हुई थी।
प्लेन में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया था।