राजेश अग्रवाल ने करीबी को निज सचिव बनाने पत्र लिखा:सामान्य प्रशासन विभाग ने इनकार किया

सरगुजा, पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल ने अपने करीबी सहयोगी तबरेज आलम को निज सचिव बनाने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा है। विभाग ने तबरेज आलम की शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास होने के कारण निज सचिव बनाने से इनकार कर दिया।

अवर सचिव का पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसे लेकर कांग्रेस ने भी सरकार पर तंज सका है। कांग्रेस का कहना है कि डिग्रीधारी युवा सड़कों पर हैं और भाजपा सरकार आठवीं पास को संविदा में रखकर सुशासन का ढोल पीट रही है।

29 अक्टूबर को मंत्री जारी किया गया पत्र

अंबिकापुर विधायक और मंत्री राजेश अग्रवाल ने अपने करीबी तबरेज आलम को निज सचिव बनाने के लिए सामान्य प्रशासन मंत्रालय को पत्र भेजा था। विभाग ने तबरेज आलम आलम की शिक्षा की जानकारी एकत्र की। तबरेज आलम आठवीं पास हैं। इस कारण विभाग के अवर सचिव मनराखन भौर्य ने 29 अक्टूबर को मंत्री राजेश अग्रवाल को पत्र जारी कर तबरेज आलम की नियुक्ति से इनकार कर दिया।

12 वीं पास है न्यूनतम योग्यता

सामान्य प्रशासन के अवर सचिव मनराखन भौर्य ने मंत्री राजेश अग्रवाल को पत्र जारी कर बताया कि छत्तीसगढ़ सचिवालय सेवा भर्ती नियम 2012 के अनुसार सीधी भर्ती के तृतीय श्रेणी के निम्नतम पद के लिए न्यूनतम योग्यता हायर सेकेंडरी परीक्षा उत्तीर्ण निर्धारित है। तबरेज आलम की इस पद पर नियुक्ति हेतु न्यूनतम अर्हता नहीं है। इस कारण उनकी नियुक्ति नहीं की जा सकती।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लेटर, कांग्रेस का तंज

मंत्री राजेश अग्रवाल के निज सचिव की नियुक्ति का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भी तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।

कांग्रेस ने पोस्ट में लिखा है-

" भाजपा के वादों का सच खोखले दावे, टूटी उम्मीदें! भाजपा ने वादा किया था 1 लाख युवाओं को नौकरी देने का, लेकिन युवाओं को आज भी रोजगार नहीं मिला, सिर्फ़ वादों की लोरी सुनने को मिली। वादा किया था सभी संविदा कर्मियों का नियमितीकरण करने का, पर वर्षों बीत गए और संविदा कर्मचारी अब भी अस्थिरता और अन्याय झेल रहे हैं।

वादा किया था 58 हजार शिक्षकों की भर्ती का, लेकिन न भर्ती हुई न स्कूल बचे उल्टा कई स्कूलों पर ताला लग गया। भाजपा सरकार के पास न सड़क बनाने का पैसा है, न विकास का विज़न, लेकिन उपमुख्यमंत्री की तेरहवीं में 97 लाख रुपए खर्च करने की ताकत ज़रूर है। विडंबना देखिए डिग्रीधारी युवा सड़कों पर हैं…" और भाजपा सरकार आठवीं पास को संविदा पर रखकर “सुशासन” का ढोल पीट रही है!"

कांग्रेस प्रवक्ता ने भी कसा तंज

छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दावे के विपरीत तबरेज आलम को निज सहायक के पद पर नियुक्ति नहीं मिल सकी है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने भी मामले में तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा है कि भाजपाई मंत्री जी आठवीं पास तबरेज आलम को ही क्यों निज सहायक बनाना चाहते हैं? हालांकि, मंत्रालय का पत्र 10 दिनों से अधिक पुराना है, लेकिन यह सोशल मीडिया में अब वायरल हो रहा है।

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