16 कलेक्टरों के अहं में अटकी ‘अविरल नर्मदा’…:तट से 5 किमी के दायरे में हटाना है अतिक्रमण

16 जिलों में नर्मदा किनारे से 5 किमी के दायरे में अतिक्रमण हटाने का मामला अहं के टकराव में उलझ गया है। शासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए वन विभाग को अधिकृत किया है। लेकिन, जब डीएफओ ने कलेक्टरों को टास्क फोर्स की मीटिंग करने और कार्रवाई के लिए पत्र लिखा तो कलेक्टरों ने इसे तवज्जो नहीं दी।

कुछ कलेक्टरों ने आपत्ति जताई कि 5 किमी की परिधि स्पष्ट नहीं है। यह किस अधिनियम या भू-सर्वे मानक से निर्धारित है? थक-हारकर डीएफओ ने खुद ही बीट गार्डों से सूची बनवाना शुरू कर दी है।इस मामले में सभी 16 जिलों के कलेक्टरों से संपर्क किया तो 14 ने कमेंट करने से इनकार कर दिया। दो कलेक्टरों ने कहा कि हमें इस बारे में पता नहीं है।

आदिवासी जिलों में समस्या ज्यादा आलीराजपुर में नर्मदा तट से 5 किमी की परिधि में कई आदिवासी गांव हैं। इनके लिए शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि 31 दिसंबर 2005 से पहले से जो काबिज हैं उन्हें छेड़ा नहीं जाएगा। लेकिन असल समस्या है उन लोगों की, जिनके पास पुराना पट्‌टा नहीं है और वे हटने को भी तैयार नहीं है। इसका सर्वे भी करवाया गया है। निर्देशों में कहा गया है कि 2005 के बाद हुए अतिक्रमणों की पहचान सैटेलाइट इमेजरी और अन्य तकनीकी साधनों से की जाए।

कलेक्टर की जरूरत इसलिए… सितंबर आदेश दिया गया था कि ​वन विभाग को कब्जे हटाना है, कलेक्टरों को सहयोग करना है। जिलों में टास्क फोर्स बनी है, जिसमें डीएफओ के साथ कलेक्टर-एसपी हैं। डीएफओ इस मामले को टास्क फोर्स में लेकर गए तो स्पष्ट जवाब नहीं मिला। बताया जा रहा है, कलेक्टरों को ये रास नहीं आ रहा कि डीएफओ कैसे उन्हें पत्र लिख सकते हैं। वहीं डीएफओ का कहना है, हमने आदेश नहीं दिया, अनुरोध ही किया था।

अतिक्रमण डीएफओ को हटाना है। इसके लिए जिलों में टास्क फोर्स बनी है। डीएफओ इनसे बातचीत करेंगे। कहीं दिक्कत है तो हम समन्वय बनाकर काम कराएंगे। 

-जितेंद्र गुप्ता, एसडीओ, प्रोटेक्शन, वन

इन जिलाें में होनी है कार्रवाई

आलीराजपुर, धार, देवास, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, नर्मदापुरम, रायसेन, सीहोर और हरदा।

इसलिए जरूरी है कार्रवाई नर्मदा ग्लेशियर से नहीं निकलती, बल्कि अपने वन क्षेत्र से ही जल प्राप्त करती है। अतिक्रमण से वन क्षेत्र खत्म हो रहा है। नदी के पुनर्जीवन के लिए ‘अविरल नर्मदा अभियान’ शुरू किया गया है। इसमें तट पर पौधरोपण आदि कार्य होंगे। इसके लिए कब्जे हटाना जरूरी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button