आदि कर्मयोगी अभियान : जनजातीय समाज को मुख्यधारा से जोड़ने की अनूठी पहल

सुकमा। जिले में आदि कर्मयोगी अभियान के तहत जनजातीय समाज के सर्वांगीण विकास की दिशा में सार्थक प्रयास किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत 1385 ग्रामीण, वॉलेंटियर, एनजीओ सदस्य एवं विभिन्न विभागों के कर्मचारीदृअधिकारियों को ग्राम स्तर पर विकास योजना निर्माण एवं समुदाय के उन्मुखीकरण हेतु प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण प्रक्रिया ब्लॉक प्रोसेस लैब (विकासखंड प्रक्रिया प्रयोगशाला) के माध्यम से संचालित हो रही है।
जिला मास्टर ट्रेनर्स (डीएमटी) द्वारा विकासखंड मास्टर ट्रेनर्स (बीएमटी) को प्रशिक्षित किया गया , जिससे वे ग्राम स्तर पर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में सहयोग कर सकें। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जलशक्ति तथा वन विभाग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कर्मियों को दक्ष बनाना है, ताकि योजनाओं का लाभ समुदाय तक पारदर्शी और सुगम रूप से पहुंचे।
कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान जनजातीय समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। यह प्रशिक्षण युवाओं और संस्थानों की क्षमता वृद्धि में मील का पत्थर साबित होगा। सुकमा जिला जनजाति बाहुल्य है और विशेषकर पिछड़ी जनजाति समुदायों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है। समुदाय की सक्रिय सहभागिता से शासन की योजनाएं अधिक प्रभावशाली होंगी और आमजन तक उनका लाभ सहजता से पहुंचेगा।