बम्हनीडीह में अवैध राखड़ डंपिंग पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई, तीन ट्रेलर जब्त

जांजगीर-चांपा। जिले के बम्हनीडीह क्षेत्र में अवैध रूप से औद्योगिक राखड़ (फ्लाई ऐश) के डंपिंग की लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की।
चांपा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सुमित बघेल के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में मौके से तीन भारी ट्रेलर वाहनों को जब्त किया गया, जो बिना किसी अधिकृत अनुमति के खुले में राखड़ फेंकते पाए गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्थानीय ग्रामीण लंबे समय से शिकायत कर रहे थे कि कुछ ट्रेलर वाहन चालक औद्योगिक राखड़ को अनधिकृत स्थानों पर डंप कर रहे हैं, जिससे न केवल गांव के रास्ते अवरुद्ध हो रहे हैं बल्कि पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
खुले में राखड़ फैलने के कारण क्षेत्र में धूल का गुबार उठता था, जिससे खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। इसके अलावा, बारिश के दिनों में राखड़ बहकर खेतों में जा रही थी, जिससे फसलें भी प्रभावित हो रही थीं।
शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम सुमित बघेल ने स्वयं क्षेत्र का निरीक्षण किया और राजस्व विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान तीन भारी ट्रेलर वाहनों को अनधिकृत स्थल पर राखड़ गिराते हुए पकड़ा गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने न तो वाहनों के पास कोई वैध अनुमति पत्र पाया और न ही डंपिंग स्थल के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति। इसके बाद तीनों ट्रेलरों को जब्त कर बम्हनीडीह थाना के सुपुर्द कर दिया गया।
कार्रवाई के बाद एसडीएम बघेल ने स्पष्ट कहा कि जिले में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में भी इस प्रकार की हरकतें पाई जाती हैं, तो संबंधित वाहन मालिकों, ट्रांसपोर्टरों और उद्योगों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण संरक्षण और आम जनता की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है और इस दिशा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
प्रशासन ने संकेत दिया है कि बम्हनीडीह समेत पूरे क्षेत्र में नियमित निगरानी की जाएगी। यदि किसी भी स्थान पर पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन होता है या राखड़ का अवैध परिवहन व डंपिंग पाई जाती है, तो संबंधित पक्षों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन स्थानीय लोगों की शिकायतों को गंभीरता से ले रहा है और पर्यावरण संरक्षण के लिए पूरी तरह सजग है। ग्रामीणों ने भी प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में भी इस प्रकार की सतर्कता बरती जाएगी।