अहमदाबाद प्लेन क्रैश- 19 कहानियां:पिता का अंतिम संस्कार करने आया बेटा नहीं रहा; जुड़वा बच्चों की जान गई; 7 महीने की प्रेग्नेंट की भी मौत

अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हो गया। इसमें 12 क्रू मेंबर समेत 242 लोग सवार थे। हादसे में केवल एक यात्री जिंदा बचा है। मारे गए 241 लोगों में 169 भारतीय, 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक था।
हादसे से पहले डॉक्टर दंपती ने आखिरी सेल्फी ली। वहीं, पति से मिलने जा रही खुशबू को घर से भावुक विदाई मिली थी। एक परिवार में जुड़वा बच्चों सहित माता-पिता की मौत हो गई। वहीं 7 महीने की प्रेग्नेंट जीनल की भी जान चली गई।
1. डॉक्टर दंपती और 3 बच्चों की मौत
हादसे के वक्त विमान में बांसवाड़ा के डॉक्टर दंपती डॉ. कोमी व्यास और डॉ. प्रतीक जोशी और उनके तीन बच्चे प्रद्युत, मिराया और नकुल भी बैठे थे। डॉ. कोमी ने एक महीने पहले उदयपुर के पैसिफिक हॉस्पिटल की जॉब छोड़ी थी। कोमी, पति के साथ में रहने के लिए लंदन जा रही थीं।
डॉ. प्रतीक लंदन में एक निजी अस्पताल से जुड़ने वाले थे और डॉ. कोमी को भी वहीं नई नौकरी जॉइन करनी थी। इसलिए उन्होंने तीनों बच्चों को भी लंदन शिफ्ट होने के लिए मना लिया था। परिवार ने बच्चों की पढ़ाई और भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह बड़ा फैसला लिया था, लेकिन विमान हादसे में पांचों की मौत हो गई।
परिवार की हादसे से पहले की सेल्फी भी सामने आई है।
खुशबू की 4 महीने पहले शादी हुई, पति से मिलने लंदन जा रही थी
राजस्थान के बालोतरा जिले की रहने वाली खुशबू कंवर अपने पति से मिलने लंदन जा रही थीं, उनके पति वहां डॉक्टर हैं। खुशबू की शादी सिर्फ 4 महीने पहले 18 जनवरी को हुई थी। उनका एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो उन्होंने घर से एयरपोर्ट के लिए रवाना होते वक्त रिकॉर्ड किया था। इस वीडियो में खुशबू भावुक नजर आ रही हैं। वे अपने माता-पिता, भाई-बहनों और रिश्तेदारों से गले मिलती हैं। हाथ जोड़कर कार में बैठकर विदा ले रही हैं।
लंदन घूमने जा रहे थे भाई-बहन
उदयपुर (राजस्थान) के मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी का बेटा शुभ और बेटी शगुन भी प्लेन में सवार थे। वे लंदन घूमने जा रहे थे। भाई-बहन MBA करने के बाद पिता का बिजनेस संभाल रहे थे।
हादसे का पता चलते ही संजीव मोदी अहमदाबाद रवाना हो गए। सहेली नगर स्थित उनके घर पर उदयपुर जिला कलेक्टर नमित मेहता पहुंचे और घटना की जानकारी ली। आस-पड़ोस समेत रिश्तेदार भी पहुंच रहे हैं।
सात महीने की गर्भवती थीं जीनल, पति के साथ वापस जा रहीं थी
अहमदाबाद जिले के केलिया वासना गांव के रहने वाले वैभव पटेल पत्नी जीनल पटेल के साथ लंदन जा रहे थे। वैभव करीब 3 साल से लंदन में ही रह रहे थे। वैभव और जीनल 30 मई को परिवार की एक शादी में शामिल होने के लिए अहमदाबाद आए थे। शादी की रस्में पूरी करने के बाद दोनों लंदन लौट रहे थे। जीनल पटेल सात महीने की गर्भवती थीं।
माता-पिता की मौत से बेटा-बेटी अनाथ हुए
गुजरात के गांधीनगर में रहने वाले गौरव ब्रह्मभट्ट लंदन की एक दवा कंपनी में जॉब करते थे। गौरव पत्नी कल्याणी के साथ लंदन जा रहे थे, लेकिन हादसे का शिकार हो गए। इनके दो बच्चे…16 साल की बेटी और 12 साल का बेटा है। दोनों बच्चे अहमदाबाद में ही रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। गौरव तीन बहनों के इकलौते भाई थे।
गुजरात में गढडा तालुका के अडतला गांव में रहने वाले हार्दिक देवराजभाई (27) लंदन में अमेजन में जॉब करते थे। वे पिछले दो सालों से लंदन में रह रहे थे। लंदन में ही रहने वाली विभूति से उनकी एक महीने पहले ही सगाई हुई थी। सगाई के लिए ही दोनों गांव आए थे। गुरुवार को दोनों लंदन लौट रहे थे।
पत्नी के अंतिम संस्कार की रस्में पूरी करने भारत आए थे
मूल रूप से सूरत के रहने वाले अर्जुन पटोलिया पत्नी और दो बेटियों के साथ 2009 से लंदन में रह रहे थे। वे लंदन में एक की-चेन कंपनी में काम करते थे। पिछले तीन सालों से उनकी पत्नी भारती सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित थीं। 23 मई को भारती की मौत हो गई थी। उनका अंतिम संस्कार लंदन में ही किया गया था। अर्जुन पत्नी के अंतिम संस्कार के बाद की रस्में पूरी करने सूरत आए थे।
चार महीने पहले ही हुई थी शादी, पति-पत्नी दोनों की मौत
गुजरात के बनासकांठा जिले के थाराव गांव में रहने वाले कमलेशभाई चौधरी पत्नी धापूबेन के साथ लंदन जा रहे थे। कमलेश ब्रिटेन में ही जॉब करते थे और शादी के लिए पिछले पांच महीनों से गांव में थे। दोनों की शादी को चार महीने ही हुए थे और अब पति-पत्नी ब्रिटेन जा रहे थे। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गए।
एअर इंडिया का विमान जिस मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरा। उसके बाहर एक महिला चाय की दुकान लगाती थी। वहीं बगल में उसका बेटा चारपाई पर सो रहा था। जैसे ही प्लेन गिरा, तेज धमाके के चलते बेटे की मौत हो गई। महिला गंभीर रूप से घायल है। महिला की सास ने बताया कि उनके परिवार में 30-35 लोग हैं। हादसे वाले दिन बस एक नाती दुकान पर आ गया, जिसकी जान चली गई।