मुंबई में खतरनाक स्तर पहुंचा वायु प्रदूषण

मुंबई
मुंबई में इन दिनों हवा काफी खतरनाक स्तर पहुंच गई है, जिसको लेकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने निर्माण कार्यों को रोकने का आदेश दिया है और कहा है कि धूल और प्रदूषण नियंत्रण के उपाय नहीं किए गए तो वह कहीं भी निर्माण रोक देगा, चाहे वह निजी साइट हो या सरकारी परियोजना। नगर निगम आयुक्त इकबाल सिंह चहल के हवाले से एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वर्तमान में शहर में 6,000 साइटों पर निर्माण कार्य चल रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों से पता चला है कि दिन के दौरान शहर में कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 200 (खराब) से ऊपर था। बीएमसी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि चहल ने शहर में खतरनाक वायु प्रदूषण के स्तर को देखते हुए सभी हितधारकों के साथ बैठक की। उन्होंने चेतावनी दी कि इन सभी स्थानों पर (जहां निर्माण चल रहा है) धूल और प्रदूषण-नियंत्रण के उपाय लागू किए जाने चाहिए, अन्यथा, निर्माण रोक दिया जाएगा, चाहे वह निजी हो या सरकारी काम।

कांग्रेस नेता और बीएमसी में पूर्व विपक्षी नेता रवि राजा ने कहा कि गुरुवार को मुंबई का एक्यूआई देश के शहरों में सबसे खराब था, लेकिन प्रशासन ने अपनी प्रदूषण शमन योजना के एक भी दिशानिर्देश को लागू नहीं किया।उन्होंने एक बयान में कहा कि शहर को पिछले साल भी इसी समस्या का सामना करना पड़ा था और फिर बीएमसी ने मार्च 2023 में मुंबई वायु प्रदूषण शमन योजना जारी की थी। लेकिन ऐसा लगता है कि एक भी दिशानिर्देश लागू नहीं किया गया।

क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से पीड़ित हैं बच्चे
उन्होंने कहा, हजारों लोग क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से पीड़ित हैं और बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। इसी के साथ बीएमसी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि बेहतर वायु गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया या दिशानिर्देश सोमवार तक जारी किए जाएंगे। 
बैठक में, चहल ने निर्माण स्थलों के चारों ओर 35 फीट ऊंचे लोहे की चादर के बाड़ों के अनिवार्य उपयोग और निर्माणाधीन इमारतों को सभी तरफ हरे कपड़े या जूट की चादर से ढंकने जैसे विभिन्न उपायों का सुझाव दिया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सभी निर्माण स्थलों पर 15 दिनों के भीतर स्प्रिंकलर सिस्टम और 30 दिनों के भीतर एंटी-स्मॉग गन उपलब्ध कराई जानी चाहिए।

साइटों की जांच करने के लिए विशेषज्ञों को नियुक्त करेगा
विज्ञप्ति में कहा गया है कि नगर निकाय 50 से 60 प्रमुख सड़कों पर एंटी-स्मॉग गन भी चलाने जा रहा है। इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और बीएमसी शहर में रिफाइनरियों, टाटा पावर प्लांट और आरसीएफ संयंत्र के कारण होने वाले प्रदूषण के स्तर को सत्यापित करने और प्रदूषण नियंत्रण उपायों के लिए इन साइटों की जांच करने के लिए विशेषज्ञों को नियुक्त करेगा।

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