इजरायली लोगों की सुरक्षा के लिए पूरे भारत में अलर्ट जारी, प्रमुख जगहों पर चौकसी बढ़ाई गई

नईदिल्ली

भारत ने इजरायल (Israel) और फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास ( Hamas) के बीच जारी जंग के मद्देनजर देश में राजनयिकों, कर्मचारियों और पर्यटकों सहित इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए देशव्यापी अलर्ट जारी किया है. इस अलर्ट को सभी संबंधित सुरक्षा प्रतिष्ठानों और पुलिस के साथ साझा किया गया है. जिसमें कुछ सूचीबद्ध जगहों की सुरक्षा मजबूत करने को कहा गया है. उन जगहों पर भी सुरक्षा बलों की भारी तैनाती सुनिश्चित की गई है, जहां इजरायली नागरिकों की आवाजाही अधिक होती है. पता चला है कि अलर्ट में अक्टूबर में यहूदी त्योहारों के बारे में भी बात की गई है. जिनको देखते हुए सुरक्षा मुहैया कराने की जरूरत है.

एक बड़े सरकारी अधिकारी ने  बताया कि ताजा घटनाओं के मद्देनजर इजरायली मिशनों, राजनयिकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, चबाड हाउस, यहूदी सामुदायिक केंद्रों के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का अनुरोध किया गया है. इसके अलावा सभी जरूरी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को विभिन्न इजरायली पर्यटक स्थलों, इजरायली प्रतिनिधिमंडलों, कोषेर रेस्तरां, संग्रहालयों, स्कूलों, रिसॉर्ट्स और अन्य प्रमुख इलाकों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा गया है. अधिकारियों को अन्य जरूरी व्यवस्थाओं के साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने के लिए कहा गया है. कर्मचारियों को विस्तृत निर्देश दिए गए हैं और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्क रहने को कहा गया है.

सूत्रों ने कहा कि अलर्ट सभी राज्यों को भेज दिया गया है और यह महानगरों तक ही सीमित नहीं है. अलर्ट उन जगहों पर भी भेजा गया है, जहां ये नागरिक बड़ी संख्या में रह रहे हैं. इजरायल के अधिकारी खतरे में हैं और दिल्ली ने समुदाय के खिलाफ अतीत में आतंकवादी घटनाएं देखी हैं. उधर संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने बताया कि इजरायल की सेना ने उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर वहां से चले जाने का शुक्रवार को निर्देश दिया है. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इस आदेश से विनाशकारी मानवीय परिणाम सामने आने का खतरा है.

यह आदेश ऐसे वक्त आया है जब इजरायल ने हमास के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई तेज की है. इस आदेश का मतलब यह हो सकता है कि जमीनी हमले तेज किए जा सकते हैं, हालांकि इजराइल की सेना ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है. गुरुवार को सेना ने कहा था कि वह जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है लेकिन इस संबंध में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है. गाजा के निवासी बिजली आपूर्ति बंद होने और रात अंधेरे में बिताने के बाद गुरुवार को किराने की दुकानों पर कतारों में खड़े दिखे. अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों ने चेतावनी दी है कि इजराइल के गाजा में खाने-पीने के सामान, पानी, ईंधन और बिजली की आपूर्ति रोके जाने के बाद इलाके में मौतों की संख्या बढ़ सकती है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button