हार क्या मिली दो बार की चैंपियन खिलाड़ी ने विंबलडन कह दिया अलविदा

नई दिल्ली: दो बार की चैंपियन पेत्रा क्वितोवा ने मंगलवार को अमेरिका की ऐमा नवारो के खिलाफ हार के साथ अपने पसंदीदा ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट विंबलडन को अलविदा कहा। चेक गणराज्य की 35 साल की क्वितोवा को 10वीं वरीय नवारो के खिलाफ सीधे सेट में 3-6, 1-6 से हार का सामना करना पड़ा। साल 2011 और 2014 में यहां खिताब जीतने वाली क्वितोवा ने सितंबर में होने वाले अमेरिकी ओपन के बाद डब्ल्यूटीए टूर को अलविदा कहने की योजना बनाई है।
भावुक क्वितोवा ने मैच के बाद कोर्ट पर दिए इंटरव्यू में कहा, ‘यह जगह मेरे लिए सबसे अच्छी यादें समेटे हुए है। मैंने कभी विंबलडन जीतने का सपना नहीं देखा था और मैंने इसे दो बार जीता। यह बेहद खास बात है।’ क्वितोवा ने कहा, ‘मुझे विंबलडन की कमी खलेगी। मुझे टेनिस की कमी खलेगी, मुझे आप प्रशंसकों की कमी खलेगी लेकिन मैं जीवन के अगले अध्याय के लिए भी तैयार हूं।’
वाइल्ड कार्ड आमंत्रण पर यहां खेलने वाली क्वितोवा पिछले साल मां बनी थीं, जिसके कारण वह नहीं खेल पा पाईं थी। क्वितोवा ने 2011 में यहां फाइनल में मारिया शारापोवा को 6-3, 6-4 जबकि 2014 में फाइनल में युगिनी बुचार्ड को 6-3, 6-0 से हराया था।क्वितोवा पिछले साल मातृत्व अवकाश के कारण टूर्नामेंट में शामिल नहीं हो पाई थीं और उन्होंने अपनी अंतिम उपस्थिति के लिए वाइल्ड-कार्ड निमंत्रण स्वीकार किया था। उनकी प्रतिद्वंद्वी, एम्मा नवारो ने क्वितोवा को एक ‘अविश्वसनीय खिलाड़ी’ और बच्चे को जन्म देने के बाद खेल में लौटने के लिए एक प्रेरणादायक व्यक्ति बताया।