एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी : भारतीय महिला हॉकी टीम ने फाइनल में जापान को हराया, 4-0 से जीता स्वर्ण पदक

रांची.
भारत के लिए संगीता कुमारी (17वां मिनट), नेहा (46वां मिनट), लालरेमसिआमी (57वां मिनट) और वंदना कटारिया (60वां मिनट) ने गोल दागे। भारत ने इससे पहले सिंगापुर में 2016 में अपना पहला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। वहीं, जापान 2013 और 2021 का विजेता है।

भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी का खिताब जीत लिया। भारतीय महिला टीम ने फाइनल मुकाबले में जापान को 4-0 से शिकस्त देकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। भारत ने दूसरी बार यह खिताब अपने नाम किया है। इससे पहले, शनिवार को देश की बेटियों ने एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता दक्षिण कोरिया को 2-0 से हराकर महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया था।

जानकारी के अनुसार, रविवार को रांची के मारंग गोमके जयपाल सिंह एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में फाइनल खेला गया था। जीत के बाद, हॉकी इंडिया ने ट्वीट कर एलान किया कि प्रत्येक खिलाड़ी को तीन-तीन लाख रुपये इनाम के रूप में दिए जाएंगे। इसकी के साथ सहयोगी स्टाफ के प्रत्येक सदस्य को 1.5 लाख रुपये इनाम के रूप में दिए जाएंगे।

भारत के लिए संगीता कुमारी (17वां मिनट), नेहा (46वां मिनट), लालरेमसिआमी (57वां मिनट) और वंदना कटारिया (60वां मिनट) ने गोल दागे। कृत्रिम रोशनी के चलते मैच 50 मिनट देरी से शुरू हुआ। शुरुआती क्वार्टर में भारत ने गेंद पर कब्जा बनाए रखा था। जापान भी जोर लगा रहा था लेकिन भारतीय गोलकीपर सविता पुनिया ने जापान की कोशिशों को विफल कर दिया। पहला हाफ खत्म होने तक जापान को कई पेनल्टी शूटआउट मिले लेकिन टीम के साथ मिलकर सविता ने सारे पेनल्टी विफल कर दिए और गोल होने से बचा लिया। तीसरे क्वार्टर में भारत ने दूसरा गोल किया। इसके बाद लालरेम्सियामी और वंदना कटारिया ने अंतिम क्षणों में दो और गोल कर दिए, जिससे भारत की जीत पक्की हो गई।

कोच ने की खिलाड़ियों की तारीफ
भारतीय महिला हॉकी टीम की कोच जेनेके शॉपमैन ने कहा कि हमें फाइनल में 4-0 से जीत की अपेक्षा नहीं थी। हम बहुत खुश हैं। मैच देखने आए प्रशंसकों ने टीम का बहुत हौसला बढ़ाया। हमारी बहुत मदद की। सभी उत्साहित थे।  भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सविता पुनिया ने बताया कि बहुत अच्छा लग रहा है। जापान ने बहुत भी अच्छा खेला… हाफ टाइम में यही बात की थी कि हमें आक्रामक खेलना है। बता दें, भारत ने इससे पहले सिंगापुर में 2016 में अपना पहला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। वहीं, जापान 2013 और 2021 का विजेता है।

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