आयुर्वेदिक उपायों से डिलीवरी के बाद के हेयर फॉल करे बंद
डिलीवरी के बाद एक महिला का शरीर कई बदलाव से होकर गुजरता है। कई मेंटल और फिजिकल चैलेंज में से एक है बाल झड़ने की समस्या यानी हेयर फॉल। ऐसा एक अनुमान है कि नई मां के एक दिन में करीब 400 बाल झड़ जाते हैं, जबकि एक आम महिला में यह गिनती 80-100 होती है। नई मां के बाल टूटने के पीछे हार्मोनल वजह होती है।
इस वजह से भी टूटते हैं बाल
गर्भावस्था की शुरुआत में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के लेवल में लगातार बढ़ोतरी के कारण हेयर ग्रोथ या बाल बढ़ने का सिलसिला चलता रहता है। जिससे महिलाओं के बाल घने और पहले से ज्यादा चमकदार बन जाते हैं। लेकिन जब बच्चे का जन्म हो जाता है तब बाद में एस्ट्रोजन का लेवल गिर जाता है और बाल झड़ने लगता है। हालांकि, धीरे-धीरे ये समस्या ठीक भी हो जाती है। कुछ आयुर्वेदिक उपाय से इस समस्या से राहत पा सकती हैं।
हर्बल प्रोडक्ट का करें इस्तेमाल
हर्बल प्रॉडक्ट से बालों को अच्छी तरह पोषण देते हैं। इससे कई तरह की प्रॉब्लम्स दूर हो जाती हैं। हर्बल हेयर मास्क बालों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें आंवला, शिकाकाई, ब्राह्मी या मेथी जैसी जड़ी-बूटियां मिलाकर इस्तेमाल करने से बालों का गिरना कम हो सकता है।
पौष्टिक आहार ही खाएं
बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं में बाल गिरने की समस्या कुछ दिन बाद ठीक हो जाती है। इसलिए पौष्टिक आहार, का सेवन करें। एक पौष्टिक डाइट डिलीवरी के बाद महिलाओं के लिए सामान्य रिकवरी में सहायता करता है और हेयरफॉल को बढ़ने से रोकता है।
सप्लीमेंट्स ट्राई करें
अगर आपकी डाइट अनबैलेंस है, तो सप्लीमेंट उपयोगी हो सकते हैं. समग्र स्वास्थ्य के लिए विटामिन जरूरी हैं, भले ही वे विशेष रूप से बालों के झड़ने को प्रभावित करने के लिए सिद्ध न हों। आपके बच्चे के जन्म के बाद अपने प्रसवपूर्व विटामिनों को जारी रखने की अक्सर सलाह दी जाती है, खासकर अगर आप स्तनपान करा रही हैं।
तनाव से बचें
डिलीवरी के बाद महिलाएं अक्सर स्ट्रेस में चली जाती है। ज्यादा तनाव से भी हेयरफॉल होता है। अलग-अलग रिलेक्स करने वाली एक्टिविटी का अभ्यास करें, जैसे कि सांस लेने के व्यायाम और ध्यान। बार-बार हल्के से मध्यम व्यायाम के लिए समय निकालें क्योंकि इससे आपको कम तनाव महसूस करने में मदद मिल सकती है।