कप्तान बदला, भाग्य वही रहा, ऋषभ पंत भी नहीं तोड़ सके टीम इंडिया के टॉस हारने का सिलसिला

गुवाहाटी: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के साथ ही भारतीय टेस्ट वेन्यू में गुवाहाटी का नाम 30वें नंबर पर जुड़ गया है। नए टेस्ट सेंटर के साथ ही इस मैच का टॉस उछलते ही टीम इंडिया को नया कप्तान भी मिल गया। शुभमन गिल के गर्दन में लगी चोट के कारण इस टेस्ट की टीम से बाहर होने के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को नया कप्तान बनाया गया है, जो भारत के 95 साल से ज्यादा के टेस्ट इतिहास में टीम के 38वें टेस्ट कप्तान बन गए हैं। हालांकि नया कप्तान भी टीम इंडिया के लिए कम से कम टॉस के मामले में नया भाग्य लेकर नहीं आ पाया है। सिक्के की उछाल शनिवार (22 नवंबर) को गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में पंत के पक्ष में ना आकर साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा के इशारे पर गिरता हुआ दिखाई दिया। इसके साथ ही साउथ अफ्रीका ने पहले से ही जताई जा रही उम्मीद के अनुसार लाल मिट्टी वाली इस पिच पर पहले बल्लेबाजी ली है।

पिछले 9 में से बार टॉस हार चुका है अब भारत

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट मैच की टॉस पिछले 9 मैच से फेवर में नहीं आई है। पिछले 9 टेस्ट मैच में महज एक बार टीम इंडिया टॉस जीत पाई है, जबकि 8 बार विपक्षी कप्तान ही सिक्के की उछाल को सही परखने में सफल रहे हैं। इसी साल इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैच की सीरीज में शुभमन गिल कप्तान के तौर पर एक बार भी टॉस नहीं जीत पाए थे। हालांकि यह सीरीज 2-2 से बराबर रखकर टीम इंडिया ने टॉस की हार को सीरीज गंवाने के दर्द में बदलने से रोक दिया था। इसके बाद गिल ने दिल्ली टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ टॉस जीता था, लेकिन उसके खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में और पिछले सप्ताह कोलकाता टेस्ट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी वे टॉस गंवा बैठे थे।

कोलकाता में इसका बड़ा नुकसान टीम इंडिया को भुगतना पड़ा था, जहां उसे बेहद टर्निंग पिच पर चौथी पारी खेलनी पड़ी थी। इसके चलते टीम 124 रन के टारगेट का भी पीछा नहीं कर सकी और ऊंचे-नीचे बाउंस के सामने 97 रन पर आउट होकर टेस्ट मैच बुरी तरह हार गई थी। हालांकि पंत ने टॉस हारने का ज्यादा अहमियत नहीं दी है। उन्होंने कहा है कि पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छा लग रहा है, लेकिन इस पर पहले गेंदबाजी करना भी बुरा विकल्प नहीं है।

भारत के दूसरे विकेटकीपर-बल्लेबाज कप्तान

ऋषभ पंत ने इस टेस्ट मैच में कप्तान के तौर पर शुरुआत करके एक और इतिहास रचा है। पंत भारत के 38वें कप्तान बन गए हैं, लेकिन वे विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर कप्तान बनने वाले भारत के महज दूसरे प्लेयर हैं। उनसे पहले महेंद्र सिंह धोनी देश के पहले विकेटकीपर-बल्लेबाज कप्तान बने थे।

पांच साल में टीम इंडिया के 5 कप्तान

2020 के दशक में टीम इंडिया के टेस्ट कप्तानों के बदलने का सिलसिला जारी है। साल 2021 से 2025 के बीच टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान बनने वाले पंत 5वें प्लेयर बन गए हैं। उनसे पहले विराट कोहली से कप्तानी संभालने वाले रोहित शर्मा ने 24 टेस्ट, जसप्रीत बूमराह ने 3 टेस्ट मैच और केएल राहुल ने 3 टेस्ट मैच में टीम इंडिया की कप्तानी इन 5 साल के दौरान की है। हालांकि इन 5 साल में कप्तानी विराट कोहली ने भी की है, लेकिन वह पिछले दशक से ही टीम इंडिया के कप्तान बने हुए थे।

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