बच्चों को मारने वाला कप सिरप… 16 साल से कंपनी की न तो सालाना मीटिंग हुई और न ही बैलेंस शीट अपडेट की

नई दिल्ली: देश के अलग-अलग हिस्सों में बच्चों की जान लेने वाला कोल्ड्रिफ कफ सिरप ( Coldrif Cough Syrup ) की बिक्री बंद हो गई है। इस कफ सिरप को श्रीसन फार्मास्युटिकल (Sresan Pharmaceutical) कंपनी बनाती है। यह कंपनी चेन्नई (तमिलनाडु) में है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि राज्यों में 11 से ज्यादा बच्चों की मौत के बाद तमिलनाडु सरकार ने इस कंपनी को बंद कर दिया है। इस कंपनी की 16 साल से कोई सालाना मीटिंग तक नहीं हुई थी।
मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स (MCA) की वेबसाइट पर इस कंपनी से जुड़ी जानकारी और डॉक्यूमेंट मौजूद हैं। एमसीए के मुताबिक कंपनी का पूरा नाम श्रीसन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड है। यह कंपनी 25 अक्टूबर 1990 को शुरू हुई थी। इसका रजिस्टर्ड एड्रेस चेन्नई का है। यह कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्ट नहीं है। कंपनी के डारेक्टर का नाम रंगनाथन गोविंदराजन है
साल 2009 में हुई थी आखिरी मीटिंग
कंपनियां हर साल अपनी सालाना मीटिंग (AGM) करती हैं। इसमें कंपनी अपने नए प्लान और अन्य गतिविधियों के बारे में बताती है। साथ ही कंपनी रेवेन्यू, प्रॉफिट आदि भी कंपनी से जुड़े लोगों के सामने रखती है। लेकिन ताज्जुब की बात है कि इस कंपनी की 16 साल से कोई सालाना मीटिंग तक नहीं हुई थी। एमसीए वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक कंपनी की आखिरी एजीएम 29 सितंबर 2009 को हुई थी।
एआई में होना है प्रवीण तो यहां क्लिक करें
बैलेंस शीट भी जारी नहीं
16 साल से कंपनी की सिर्फ एजीएम ही नहीं हुई, बल्कि इसने अपनी बैलेंस शीट से जुड़ी जानकारी भी एमसीए को नहीं दी। एमसीए की वेबसाइट के मुताबिक कंपनी की बैलेंस शीट 31 मार्च 2009 के बाद अपडेट नहीं की गई है। ये मामले दिखाते हैं कि कंपनी किस कदर लापरवाही कर रही थी।
कितना है कंपनी का रेवेन्यू
यह कंपनी सिर्फ कफ सिरप ही नहीं, बल्कि कई और तरह के प्रोडक्ट बेचती है। कंपनी का रेवेन्यू या प्रॉफिट कितना है, इसके बारे में अलग-अलग रिपोर्ट्स में अलग-अलग रकम की जानकारी दी गई है। इंडियामार्ट वेबसाइट के मुताबिक कंपनी का सालाना टर्नओवर 1.5 से 5 करोड़ रुपये है।
सिरप में मिला था जहरीला केमिकल
बच्चों की मौत के बाद यह कप सिरप विवादों में आ गया है। सिरप की जांच में इसमें 48 फीसदी से ज्यादा डाईएथिलीन ग्लाइकॉल (Diethylene Glycol) मिला है। यह एक जहरीला केमिकल है। बच्चों की मौत के बाद कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही इस सिरप की बिक्री कई राज्यों में बैन कर दी गई है।