नए पदाधिकारियों को पढ़ाया अनुशासन का पाठ:ऐसा कोई भी काम ना करें, जिससे पार्टी की छवि बिगड़े

राजनीति में पार्टी पदाधिकारियों का आचरण, व्यवहार, बात करने का सलीका और कार्यशैली काफी मायने रखता है। पदाधिकारियों के आचरण से पार्टी की छवि बनती भी है और बिगड़ती भी है। इसलिए आप सभी इस बात का ध्यान रखें कि जनता आपके आचरण और व्यवहार को पार्टी का आचरण और व्यवहार मानती है। कार्यकर्ता का पार्टी के प्रति जुड़ाव भी आपके व्यवहार और रवैये पर निर्भर करता है। इसलिए कोई भी ऐसा काम ना करें, जिससे पार्टी की छवि और कार्यकर्ताओं के मन पर विपरीत प्रभाव पड़ता हो।

इस बात का ध्यान रखें कि सार्वजनिक जीवन में आपकी छवि भाजपा की रीति-नीति के अनुकूल बने। डाउन-टू-अर्थ रहें और सबको साथ लेकर चलें। भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार देर रात मप्र भाजपा के नए नवेले पदाधिकारियों के साथ वीसी कर उन्हें यह नसीहतें दी हैं।

बिहार चुनाव के कारण व्यस्तता है, इसलिए फिजिकल बैठक नहीं

पार्टी नेताओं ने स्पष्ट किया कि अभी पार्टी नेताओं का फोकस बिहार चुनाव है। इसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद तीनों की व्यस्तताएं हैं। इसलिए फिलहाल पार्टी प्रदेश संगठन की फिजिकल बैठक नहीं हो सकेगी। पहली फिजिकल बैठक बिहार चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद ही हो सकेगी। इसलिए सभी पदाधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी के हिसाब से काम में जुट जाएं।

बैठक में भाजपा के आगामी कार्यक्रमों को लेकर नई टीम को दिशा निर्देश जारी किए गए। सभी को दो दिन बाद रविवार को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में बूथ स्तर के कार्यक्रमों में अनिवार्य रूप से शामिल होने को कहा गया है। पार्टी की ओर से चलाए जा रहे आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़े कार्यक्रमों में सहभागिता बढ़ाने और 31 अक्टूबर को लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती से जुड़े कार्यक्रमों में सहभागिता बढ़ाने को कहा गया है। 15 नवंबर को पार्टी की ओर से बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। ऐसे में पार्टी प्रदेश के सभी ट्राइबल जिलों में आदिवासियों के बीच अपनी सक्रियता बढ़ाएगी।

जिन्हें संगठन में जगह नहीं, उन्हें बिहार चुनाव के बाद एडजस्ट करेंगे

हेमंत खंडेलवाल की टीम में जगह नहीं पाने वाले पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को बिहार चुनाव के बाद सरकार के निगम-मंडल और प्राधिकरणों में समायोजित किया जाएगा। लंबे समय से पार्टी में पद पाने के लिए दावेदारी कर रहे नेताओं को प्रदेश नेतृत्व की ओर से यह आश्वासन दिया गया है।

नई टीम बनने के बाद देर रात हुई वर्चुअल मीटिंग

देर रात हुई इस वर्चुअल मीटिंग में मप्र भाजपा प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह, सह-प्रभारी सतीश उपाध्याय और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद भी जुड़े थे। हेमंत खंडेलवाल की नई टीम की घोषणा के 24 घंटे बाद हुई यह ऑनलाइन बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि बिहार में विधानसभा चुनाव है और पार्टी नहीं चाहती कि भाजपा के देश में सबसे अनुशासित संगठन की छवि पर किसी तरह के सवाल उठें। गौरतलब है कि बिहार में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। इसके बाद 14 नवंबर को चुनाव परिणाम आएगा। इसके पहले कुछ पदाधिकारी लौट आएंगे।

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