MP में घरेलू गैस वितरिकों की ‘नो मनी-नो एंट्री’ हड़ताल

मध्यप्रदेश के LPG वितरक आज, गुरुवार को एक दिन की हड़ताल पर हैं। उन्होंने आज न तो गैस कंपनियों से सिलेंडर की खरीदी की है और न ही नई डिमांड भेजी। स्टॉक में रखे सिलेंडर ही उपभोक्ताओं को दिए जाएंगे। इंदौर-जबलपुर में 25 हजार तो भोपाल में 15 हजार सिलेंडर की रोज सप्लाई होती है। स्टॉक कम होने से उपभोक्ताओं को सिलेंडर मिलने में 2 से 3 दिन जरूर लग सकते हैं।
एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन (आई) के बैनरतले पूरे देश में 26 हजार से ज्यादा एलपीजी वितरक इस आंदोलन में शामिल हैं। संगठन ने भोपाल से लेकर नई दिल्ली तक आंदोलन करने की रणनीति तैयार की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएस शर्मा ने बताया, वितरकों की मांग है कि सेवा शुल्क 35 रुपए से बढ़ाकर 110 रुपए किया जाए।
प्रस्ताव 19 अप्रैल 2025 को हुई बैठक में पारित कर पेट्रोलियम मंत्रालय को भेजा जा चुका है, लेकिन अब तक उस पर निर्णय नहीं हुआ है। इसलिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। इससे पहले कलेक्टरों को ज्ञापन और मोमबत्ती जुलूस निकाल चुके हैं। तीसरे चरण में ‘नो मनी-नो एंट्री’ हड़ताल की जा रही है।
सांकेतिक हड़ताल, ताकि उपभोक्ता परेशान न हो राष्ट्रीय अध्यक्ष शर्मा ने बताया, गुरुवार को एलपीजी वितरकों का यह सांकेतिक प्रदर्शन है। इसके जरिए सरकार और गैस कंपनियों को चेताया जा रहा है। आम उपभोक्ता परेशान न हो, इसलिए सरकार से मांग पूरी करने को कहा है। गैस की सप्लाई जरूरी सेवाओं में शामिल हैं। आंदोलन के अंतिम चरण में दिल्ली में एलपीजी वितरक प्रदर्शन करेंगे और फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लेंगे।
यह है मांग अध्यक्ष शर्मा ने बताया, घरेलू गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी राशि नहीं बढ़ रही है। साथ ही प्रशासनिक शुल्क बढ़ाने की मांग भी की गई है। 2018 और 2019 तक हर साल रिवाइज होता था, लेकिन 2020-21 में कोरोना के चलते नहीं बढ़ा।
2022-23 में मामूली बढ़ाया। इसके बाद मंत्रालय ने आईआईएम अहमदाबाद के एक्सपर्ट की कमेटी से रिपोर्ट तैयार कराई। जिसमें कहा गया कि डिलीवरी में न्यूनतम 120 रुपए का खर्च होता है।
यह राशि साल 2022 में ही बढ़ जानी थी, लेकिन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली है। पिछले तीन साल से कोई कमीशन नहीं बढ़ाया गया। वर्तमान में 35 रुपए कमीशन और 38 प्रशासनिक चार्ज मिलता है। इस तरह कुल 73 रुपए मिलते हैं, जबकि बीमा, बिजली बिल, वाहन, ईंधन के रेट लगातार बढ़ रहे हैं।
एमपी में सवा करोड़ से ज्यादा उपभोक्ता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश में सवा करोड़ से ज्यादा एलपीजी उपभोक्ता हैं। हर रोज 10 से 12 हजार सिलेंडर की सप्लाई की जाती है। भोपाल में 15 हजार, इंदौर में 25 हजार, जबलपुर में 20 से 25 हजार, ग्वालियर में 20 हजार, सागर में 6 से 8 हजार, रायसेन, सीहोर-शाजापुर जैसे छोटे जिलों में भी प्रतिदिन 2 हजार तक सिलेंडर सप्लाई होती है।





