पीएचई मंत्री के जिले में पेयजल संकट:CM के मंडला दौरे के बाद पटवारी ने उठाए सवाल, कहा- बीजेपी सच का सामना कब करेगी

सीएम डॉ मोहन यादव ने बुधवार को मंडला जिले के टिकरवारा से लाड़ली बहना योजना की क़िस्त महिलाओं के खातों में ट्रांसफर की। सीएम के मंडला दौरे के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मंडला जिले की महिलाओं की परेशानियां सीएम को बताईं हैं।
पटवारी ने एक्स पर लिखा- मुख्यमंत्री मप्र की लाड़ली बहनों को इस महीने भी ₹3000 देने की बजाय ₹1250 देने कल मंडला गए थे, किंतु क्या वे मंडला की लाड़ली बहनों की असल समस्याएं जानते हैं?
आदिवासी समाज की बहन बेटियां सबसे ज्यादा पीड़ित
- पोषण संकट : आंगनवाड़ी में महीनों तक पोषण आहार नहीं मिलता, गर्भवती महिलाएं और बच्चे कुपोषण के शिकार हैं।
- पेयजल संकट : दर्जनों गांवों में हैंडपंप सूखे पड़े हैं। बेबस महिलाएं आज भी कई किलोमीटर पानी ढोती हैं।
- स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली : जननी एक्सप्रेस समय पर नहीं आती, अस्पतालों में डॉक्टर और दवाइयों की भारी कमी है।
- सड़कें और सुरक्षा : गांवों की सड़कें खराब हैं। रात में सड़कों पर लाइट नहीं, जंगल के पास की बस्तियों में महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है।
- सबसे बड़ी विडंबना : कई महिलाएं अभी तक लाड़ली बहना योजना की पात्रता से बाहर हैं या फिर महीनों से उनके खाते में पैसे नहीं आए।
1250 के उपकार से ज्यादा सुरक्षा, सम्मान और स्वास्थ्य जरूरी पटवारी ने आगे लिखा- मुख्यमंत्री जी, जरूरतें तो 3000 प्रतिमाह में भी पूरी नहीं होंगीं। लेकिन, आप ₹1250 देकर ही एहसान जता रहे हैं। इस सरकारी उपकार से कहीं ज्यादा जरूरी है सुरक्षा, सम्मान, सुविधा और स्वास्थ्य। यदि कान खोलकर सुनेंगे, तो मंडला की बहन, बेटी भी पूछ रही है, झूठा वादा व सरकारी प्रचार खूब देख लिया। झूठी बीजेपी सच का सामना कब करेगी?
सीएम डॉ. मोहन यादव ने मंडला से लाड़ली बहनों के खातों में भेजे 1552 करोड़ रुपए बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंडला जिले के टिकरवारा गांव में आयोजित जनकल्याण कार्यक्रम में लाड़ली बहना योजना के तहत प्रदेश की 1.27 करोड़ महिलाओं के खातों में 1552.38 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर किए। योजना के तहत लाड़ली बहना योजना की प्रत्येक हितग्राही को 1250-1250 रुपए की राशि मिली।