एलन मस्क के SpaceX ने लॉन्च की मेगा स्टारशिप रॉकेट की 11वीं टेस्ट फ्लाइट, अंतरिक्ष का चक्कर लगाकर हिंद महासागर में उतरा

वॉशिंगटन: एलन मस्क की स्पेसएक्स ने सोमवार को टेक्सास के स्टारबेस से अपना ग्यारहवां स्टारशिप रॉकेट लॉन्च किया है। इसका मकसद दुनिया के आधे हिस्से में पहुंचकर नकली सैटेलाइटों को लॉन्च करना है। अब तक का सबसे बड़ा और शक्तिशाली रॉकेट स्टारशिप टेक्सास के दक्षिणी सिरे से लॉन्च हुआ। लॉन्च के बाद बूस्टर रॉकेट अलग हो गया और मेक्सिको की खाड़ी में नियंत्रित रूप से प्रवेश किया। यह हिंद महासागर की ओर उतरने से पहले अंतरिक्ष में घूमता रहा। इससे पहले अगस्त में स्टारशिप का 10वां इंटीग्रेटेड टेस्ट फ्लाइट लॉन्च किया गया था।
स्टारशिप की यह 11वीं फुल स्केल परीक्षण उड़ान थी। इसका इस्तेमाल स्पेसएक्स के संस्थापक और सीईओ एलन मस्क लोगों को मंगल ग्रह पर भेजने के लिए करना चाहते हैं। अंतरिक्ष एजेंसी अपने इस 403 फुट (123 मीटर) लंबे स्टारशिप के बिना दशक के अंत तक अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर नहीं उतार सकती। ऐसे में यह एक प्रयोज्य वाहन (रीयूजेबल व्हीकल) है, जो उन्हें चंद्रमा की कक्षा से सतह तक और वापस ऊपर ले जाने के लिए बनाया गया है।
मस्क ने देखा टेस्ट
एलन मस्क ने कहा कि हमेशा की तरह लॉन्च कंट्रोल के अंदर रहने के बजाय, वह पहली बार बाहर जाकर देख रहे थे। स्टारशिप की अगस्त में हुई पिछली परीक्षण उड़ान कई विस्फोटक विफलताओं के बाद सफल मानी गई थी।। इस बार विशेष रूप से अंतरिक्ष यान के लिए अधिक पैंतरेबाजी की गई। स्पेसएक्स ने प्रक्षेपण स्थल पर वापस उतरने में हिंद महासागर में अंतरिक्ष यान के प्रवेश के दौरान कई परीक्षणों की योजना बनाई थी।
जून के टेस्ट में हुआ था ब्लास्ट
इससे पहले 29 जून के टेस्ट में स्टैटिक फायर के दौरान स्टारशिप में ब्लास्ट हो गया था। इस टेस्ट में रॉकेट को जमीन पर रखकर उसके इंजन को चालू किया जा रहा था। टेस्ट के दौरान रॉकेट के ऊपरी हिस्से में अचानक विस्फोट शुरू हुआ। इसके बाद कुछ ही सेकंड में पूरा रॉकेट आग के गोले में बदल गया था।