भोपाल में लता मंगेशकर की तस्वीरों की प्रदर्शनी लगी:930 चेहरों वाली पेंटिग बनी आर्कषण का केंद्र

भोपाल स्थित भारत भवन में जल समृद्धि और संस्कृति कार्यक्रम के अंतर्गत एक विशेष चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। यह प्रदर्शनी भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर को समर्पित है। इस प्रदर्शनी का शीर्षक है चित्र लतिका, जिसे जबलपुर के चर्चित चित्रकार रामकृपाल नामदेव ने प्रस्तुत किया है।

रामकृपाल नामदेव द्वारा बनाई गई यह प्रदर्शनी अनूठे चित्रों की श्रृंखला है, जिसमें लता मंगेशकर के जीवन और व्यक्तित्व को सजीव चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। वर्ष 2013 से वे लता मंगेशकर के चित्र बना रहे हैं, और हर एक चित्र को पूर्ण करने में उन्हें तीन से चार महीने का समय लगता है।

930 चेहरे वाली तस्वीर सबसे खास

प्रदर्शनी की सबसे खास कृति वह चित्र है जिसमें 930 चेहरे बनाए गए हैं। इस चित्र में 630 विश्व प्रसिद्ध महिलाओं के चेहरे शामिल हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष पहचान बनाई है, शेष सभी चेहरे लता मंगेशकर के हैं। इस चित्र पर स्वयं लता मंगेशकर ने 29 जून 2014 को हस्ताक्षर किए थे।

इस चित्र को 2016 में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिला था। इसके अलावा रामकृपाल नामदेव की एक अन्य पेंटिंग जिसमें 1430 चेहरे हैं, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। उन्होंने एक ऐसी पेंटिंग भी बनाई है जिसमें 4359 चेहरे समाहित हैं।

47 चित्रों की प्रदर्शनी लगी

भारत भवन की इस प्रदर्शनी में कुल 47 चित्रों को प्रदर्शित किया गया है, जिनमें से 42 पेंटिंग्स लता मंगेशकर पर केंद्रित हैं और बाकी पांच अन्य विषयों पर आधारित हैं, जिनमें महात्मा गांधी का चित्र भी शामिल हैं।

50 से ज्यादा तस्वीर बना चुके

अब तक वे लता मंगेशकर के 50 से अधिक चित्र बना चुके हैं, जिनमें कुल 6500 से ज्यादा चेहरे दर्शाए गए हैं। उनके चित्र देशभर की अनेक प्रतिष्ठित आर्ट गैलरियों में प्रदर्शित हो चुके हैं।

1984 से पेंटिंग बनानी शुरू

रामकृपाल नामदेव ने बताया कि उनकी कला यात्रा की प्रेरणा उनके गुरु भगवान दास जी पटेल हैं। वर्ष 1984 से वे चित्रकारी कर रहे हैं, लेकिन लता जी पर केंद्रित चित्रों की शुरुआत 2013 से की थी। एक बार भारत भवन के म्यूजियम में एक बूढ़ी मां का चित्र देखकर वे भावुक हो उठे थे और उसी क्षण उन्होंने ऐसा कला कार्य करने का संकल्प लिया जो लोगों के दिलों को छू जाए।

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