भारत के साथ फिर युद्ध की आशंका, इंशाअल्लाह इस बार… पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का भड़काऊ बयान, दी गीदड़भभकी

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत के साथ फिर से जंग की आशंका जताई है। ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा है कि ‘भारत के साथ युद्ध की संभावना है और मैं इस बात से इनकार नहीं करता हूं।’ ख्वाजा आसिफ लगातार भारत को गीदड़भभकी दे रहे हैं और पिछले कुछ दिनों में बार बार जंग की बात कर रहे हैं। दो दिन पहले ही ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि ‘अगर जंग होती है तो हम उन्हें इस बार लड़ाकू विमानों के कब्रगाह में गाड़ देंगे।’
ख्वाजा आसिफ भारत के हमले की आशंका से डरे हुए हैं। इसी हफ्ते भारतीय सेना प्रमुख ने इस्लामाबाद को चेतावनी दी थी कि अगर वह आतंकवाद को प्रायोजित करना जारी रखता है तो उसे विश्व मानचित्र से मिटा दिया जाएगा। जिसके बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने रविवार (5 अक्टूबर 2025) को कहा था कि इस बार भारत "अपने युद्धक विमानों के मलबे के नीचे दफन हो जाएगा।" अब उन्होंने कहा है कि ‘पाकिस्तान अल्लाह के नाम पर बना हुआ देश है।
ख्वाजा आसिफ ने समा न्यूज से बात करते हुए कहा कि "इतिहास गवाह है कि औरंगजेब के शासनकाल को छोड़कर, भारत कभी भी एक यूनाइटेड नेशन नहीं रहा। पाकिस्तान, अल्लाह के नाम पर बनाया गया था। घर में हम बहस करते हैं और प्रतिस्पर्धा करते हैं। लेकिन, भारत के साथ लड़ाई में हम एकजुट हो जाते हैं। मैं तनाव नहीं बढ़ाना चाहता, लेकिन युद्ध का जोखिम वास्तविक हैं और मैं इससे इनकार नहीं कर रहा हूं। अगर युद्ध की नौबत आई, तो इंशाअल्लाह हम पहले से बेहतर परिणाम हासिल करेंगे, इंशाअल्लाह।"ख्वाजा आसिफ के बयान से साफ लगता है कि पाकिस्तान को फिर से भारत के हमले की आशंका डरा रही है। डरे हुए मुल्क और डरे हुए नेता ऐसी ही खोखली बयानबाजी करते हैं, धमकी देते रहते हैं और भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पहले भी हम ऐसा देख चुके हैं। 9-10 मई की लड़ाई के दौरान पाकिस्तान ड्रोन भेजने के अलावा कुछ और नहीं कर पाया। जब भारत पाकिस्तान के एयरबेस पर ब्रह्मोस गिरा रहा था, उस वक्त वो रहम की भीख मांग रहा था। अब ख्वाजा आसिफ फिर से ऐसी बातें कर रहे हैं, जबकि भारत ने साफ साफ शब्दों में कह रखा है कि अब भारत ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग बर्दाश्त नहीं करेगा और अगर पाकिस्तान, फिर से आतंकी हमला करवाता है, तो भारत फिर से हमला करेगा।’