किंग्सटन से सिडनी तक… 14 सालों में विराट कोहली ने तहलका मचा दिया, दिग्गजों के रिकॉर्ड चकनाचूर किए

नई दिल्ली: भारत के चैंपियन बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही टी20 के दौर में भी पारंपरिक क्रिकेट के संकटमोचक क्रिकेटरों में शुमार इस महान खिलाड़ी के इस प्रारूप में सुनहरे दौर पर विराम लग गया। 36 साल के कोहली ने टी20 विश्व कप जीतने के बाद पिछले साल उस फॉर्मेट को भी छोड़ दिया था। अब तक भारतीय टीम के लिए सिर्फ वनडे क्रिकेट में ही मैदान पर नजर आएंगे।
विराट कोहली का टेस्ट करियर
विराट कोहली ने भारत के लिए 2008 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था। लेकिन पहला टेस्ट खेलने के लिए उन्हें तीन साल का इंतजार करना पड़ा। 2011 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर गई थी। जमैका स्थित किंग्सटन के सबीना पार्क के मैदान पर उनका डेब्यू हुआ। पहली पारी में उन्होंने चार और दूसरी में 15 रन बनाए। विराट का पहला अर्धशतक उसी साल वेस्टइंडीज के खिलाफ ही वानखेड़े के मैदान पर आया।
भारत के लिए सबसे ज्यादा दोहरा शतक
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने सात दोहरे शतकों के साथ इस प्रारूप के दिग्गज के रूप में अपनी पहचान बनाई जो किसी भारतीय खिलाड़ी के लिए सबसे अधिक है। वह महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (4), सचिन तेंदुलकर (6), वीरेंद्र सहवाग (6) और राहुल द्रविड़ (5) से काफी आगे है। इसके साथ ही विराट भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाले कप्तान भी हैं। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 40 टेस्ट जीते। दूसरे नंबर पर काबिज महेंद्र सिंह धोनी के नाम 27 जीत है।