गोल्ड ने तोड़ा 14 साल का रेकॉर्ड, भारतीय घरों में है सरकार से कई गुना ज्यादा सोना, कोई नहीं है टक्कर में

नई दिल्ली: सोने की कीमत आज एक बार फिर रेकॉर्ड हाई पर पहुंच गई। MCX पर दिसंबर तिमाही वाला गोल्ड करीब 1400 रुपये की तेजी के साथ 1,17,788 रुपये पर पहुंच गया। इस महीने सोने की कीमत में करीब 12 फीसदी तेजी आई है और यह अगस्त 2011 के बाद इसका सबसे बेहतर प्रदर्शन है। इस साल सोना 39 बार ऑल टाइम हाई पर पहुंच चुका है। एक अनुमान के मुताबिक भारतीय परिवारों के पास करीब 25,000 टन गोल्ड है। अगर आरबीआई के पास जमा सोने को भी मिला लिया जाए तो यह आंकड़ा 25,800 टन पहुंच जाता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक जूलरी के रूप में दुनिया में जितना सोना है, उसका 11 फीसदी भारतीय महिलाओं के पास है।

आरबीआई ने कुछ पहले जमकर सोने की खरीद की थी। उसके पास अभी करीब 879.58 मीट्रिक टन सोना है। इस साल मई तक RBI ने 28 टन सोना खरीदा था। इस भारत के पास कुल 25,880 टन सोना है। इसमें केंद्रीय बैंक और भारतीय परिवारों के पास जमा सोना शामिल है। इस मामले में दूर-दूर तक कोई भारत के आसपास नहीं है। चीन के पास 18,000 टन, अमेरिका में 12,700 टन और जर्मनी के पास 12,440 टन सोना है। दूसरे देशों में ज्यादातर सोना केंद्रीय बैंकों के पास है लेकिन भारत में लोगों के पास आरबीआई से कई गुना ज्यादा सोना है।

सबसे बड़ा भंडार

अगर केंद्रीय बैंक में गोल्ड रिजर्व की बात करें तो इसमें अमेरिका सबसे आगे है। उसके पास 8,133 टन सोना है। दिलचस्प बात है कि पिछले 25 साल में अमेरिका के गोल्ड रिजर्व में ज्यादा अंतर नहीं आया है। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर जर्मनी है जिसके पास 3,351 टन सोना है। इटली के पास 2,452 टन, फ्रांस के पास 2,437 टन, रूस के पास 2,292 टन और स्विट्जरलैंड के पास 1,040 टन सोना है। इसके बाद भारत का नंबर है।

क्यों बढ़ रहा है सोना?

सोना का महत्व अब केवल गहनों तक सीमित नहीं रह गया है। यह अब भू-राजनीतिक जोखिमों से बचाव का मुख्य साधन बन गया है। यूक्रेन युद्ध के बाद भारत, चीन, तु्र्की और पोलैंड समेत कई देशों के सेंट्रल बैंक्स ने जमकर सोने की खरीद की है। साथ ही डॉलर की कमजोरी भी सोने में सुहागा बनकर आई है। फेडरल बैंक ने हाल में ब्याज दरों में कटौती की थी और यह सिलसिला आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। इस कारण सोने की कीमत में तेजी आ रही है।

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