पिता को कुर्ता-पायजामा तक नहीं और बाबा को 15 लाख की घड़ी, युवराज सिंह पर पिता योगराज सिंह का छलका दर्द, उठे कई सवाल

नई दिल्ली: युवराज सिंह को भारतीय क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में शुमार करने में उनके पिता, पूर्व क्रिकेटर और अभिनेता योगराज सिंह की कठोर ट्रेनिंग और समर्पण का काफी अहम रोल रहा। योगराज सिंह ने हाल ही में अपने जीवन के उस मोड़ पर एक बड़ा खुलासा किया है, जिसने उनके और युवराज के रिश्ते को हमेशा के लिए बदल दिया।
जब पूरी तरह से अकेले पड़ गए थे योगराज सिंह
योगराज सिंह ने अनटोल्ड पंजाब को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी जिंदगी पूरी तरह से तब बदल गई जब उनके बेटे युवराज सिंह ने जवानी में उन्हें छोड़कर अपनी मां शबनम सिंह के साथ रहने का फैसला किया। योगराज ने खुलासा किया कि जब युवराज ने भारत के लिए डेब्यू किया था, तब वह जेल में थे, लेकिन उन्होंने ठाना था कि वह अपने बेटे को एक दिग्गज क्रिकेटर बनाकर रहेंगे।
युवराज सिंह पर योगराज सिंह का बड़ा बयान
योगराज सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि ‘जिस पिता ने खून-पसीना बहाकर, आंसू बहाकर इतनी ऊंचाई तक पहुंचाया, वो तुम्हारे बाबा से कमतर कैसे हो सकता है? कैसे? जिस आदमी ने चार परिवारों का पालन-पोषण किया, उनके लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया, जिसने कभी एक पल भी चैन नहीं लिया, जिसने खुद पर एक पैसा भी खर्च नहीं किया, तुम उससे मुंह मोड़कर दूसरे बाबा की शरण में चले गए? तुमने अपने पिता के लिए कभी कुर्ता-पायजामा नहीं खरीदा, लेकिन बाबा को 15 लाख की घड़ी भेंट कर दी? मुझे तो किसी ने घर भी नहीं दिया… ये रिश्तेदार कौन हैं? ये बच्चे कौन हैं?’ योगराज सिंह के इन दावों ने एक बार फिर युवराज सिंह और उनके पिता के रिश्ते को सवालों के घेरे में ला दिया है।