इजराइल का यमन में हूती लड़ाकों के पोर्ट पर हमला:कहा- हम पर जो हाथ उठेगा, काट देंगे

इजराइल और हमास के बीच कतर में सोमवार को शांति वार्ता से पहले इजराइली सेना ने यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया।

सोमवार तड़के इजराइली सेना के लड़ाकू विमानों ने यमन में हुदैदा, रास ईसा और सलीफ में हूतियों के कंट्रोल वाले बंदरगाहों के अलावा रास कनेटिब स्थित एक पावर प्लांट को निशाना बनाया।

इजराइली रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि इन ठिकानों का इस्तेमाल हूती ईरान से हथियारों की तस्करी और इजराइल व उसके सहयोगी देशों पर हमलों के लिए करते हैं।

इजराइली अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि यमन में इस हमले का एक मकसद हूती सैन्य प्रमुख मुहम्मद अल-गमारी भी था। इजराइली हमले के जवाब में

हूतियों ने भी मिसाइलें और ड्रोन दागे।

इजराइल बोला- ईरान और यमन से एक जैसा सुलूक करेंगे

इन हमलों के बाद हूती सैन्य प्रवक्ता यह्या सरी ने कहा कि उनके बलों ने इजराइल के बेन गुरियन एयरपोर्ट, अश्दोद और एलात पोर्ट तथा अश्केलोन के पावर स्टेशन पर मिसाइल हमले किए गए।

इसी बीच, इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने इस कार्रवाई को जायज ठहराते हुए कहा- ‘ईरान के लिए जो सही है, वही यमन के लिए भी लागू होगा। जो कोई इजराइल पर हाथ उठाएगा, उसका हाथ काट दिया जाएगा। हूती अपनी हरकतों की कीमत चुकाते रहेंगे।’

नेतन्याहू सीजफायर वार्ता से पहले अमेरिका पहुंचे

दूसरी तरफ इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू हमास के साथ सीजफायर प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अमेरिका पहुंचे। यहां उन्होंने ट्रम्प के साथ वार्ता की। कतर ने इजराइल और हमास के बीच सीजफायर का प्रस्ताव दिया है।

ट्रम्प जल्द से जल्द सीजफायर समझौते की घोषणा करना चाहते हैं, लेकिन आखिरी फैसला नेतन्याहू के हाथ में है।

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