इजराइल ने ट्रम्प को नोबेल के लिए नॉमिनेट किया:नेतन्याहू बोले- आप इसके हकदार

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया है। नेतन्याहू ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में ट्रम्प से मुलाकात के दौरान इसकी जानकारी दी।

नेतन्याहू ने कहा, ‘मैं आपको वह लेटर दिखाना चाहता हूं जो मैंने नोबेल पुरस्कार कमेटी को भेजा है। इसमें आपको शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया है। आप इसके हकदार हैं। आपको यह मिलना चाहिए।’

नेतन्याहू ने बताया कि उन्होंने यह फैसला मिडिल ईस्ट में शांति के लिए ट्रम्प की तरफ से की जा रही कोशिशों के मद्देनजर किया है। इजराइल से पहले पाकिस्तान ने 20 जून को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए ट्रम्प के नाम की सिफारिश की थी।

इससे पहले ट्रम्प भी कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने कई देशों के बीच जंग रुकवाई और उन्हें नोबेल मिलना चाहिए। उन्होंने 22 जून को कहा था, ‘मुझे नोबेल शांति पुरस्कार 4-5 बार मिलना चाहिए था। लेकिन वे मुझे ये पुरस्कार नहीं देंगे क्योंकि वे इसे केवल लिबरल्स को देते हैं।’

ट्रम्प ने दोहराया- भारत-पाक समेत कई देशों के विवाद निपटाए

राष्ट्रपति ट्रम्प ने मंगलवार को फिर से दावा किया कि उनकी सरकार ने भारत और पाकिस्तान के बीच एक बहुत बड़ी लड़ाई को रोक दिया। इसके साथ ही उन्होंने कोसोवो-सर्बिया और रवांडा-कांगो के बीच संघर्ष रोकने का दावा किया।

ट्रम्प ने कहा- हमने कई झगड़े रोके, जिनमें भारत और पाकिस्तान का बहुत बड़ा विवाद शामिल था। हमने दोनों देशों से कहा कि अगर आप आपस में लड़ेंगे, तो हम आपके साथ कोई व्यापारिक संबंध नहीं रखेंगे। वे शायद परमाणु युद्ध के स्तर पर थे। इसे रोकना बहुत जरूरी था।

पाकिस्तान आर्मी चीफ ने कहा था- ट्रम्प ने भारत-पाक संघर्ष रुकवाया 

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर ने 18 जून को ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी। यह मुलाकात मुनीर के ट्रम्प को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग वाले बयान के बाद हुई। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एना केली ने बताया कि मुनीर ने ट्रम्प को मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाने का क्रेडिट दिया है। उनके इस बयान के सम्मान में ट्रम्प ने उन्हें लंच पर बुलाया था।

इसके दो दिन बाद पाकिस्तानी सरकार ने अपने ऑफिशियल स्टेटमेंट में कहा कि ट्रम्प ने नई दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों से बात कर संघर्षविराम में अहम भूमिका निभाई। इससे दो न्यूक्लियर ताकत वाले देशों के बीच युद्ध की आशंका टल गई। पाकिस्तान ने कहा कि भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ट्रम्प की कूटनीतिक पहल और मध्यस्थता ने एक बड़े युद्ध को टालने में मदद की।

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